जहानाबाद. देश भर में कोरोना के नए वेरिएंट के केसों की बढ़ती संख्या और पटना में कोरोना के दो मरीज मिलने के बाद जहानाबाद जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है.
सिविल सर्जन ने किया आरटीपीसीआर जांच केंद्र का निरीक्षण
देश के साथ-साथ राज्य में कोरोना के नए वेरिएंट के मामले आने के बाद जहानाबाद जिले में भी इससे निबटने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी तैयारी के मत देना नजर सिविल सर्जन डॉ देवेंद्र प्रसाद ने हुलासगंज स्थित आरटीपीसीआर जांच केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होंने जांच केंद्र में जाकर वहां कोरोना जांच के उपकरणों की जांच-पड़ताल की और उसका अवलोकन किया. उन्होंने केंद्र संचालक से जानना चाहा कि सभी मशीन सही ढंग से काम कर रही है. उन्होंने वहां मौजूद टेक्निशियनों से इफिशिएंसी के साथ कोरोना की जांच करने का निर्देश दिया. ज्ञात हो कि किसी मरीज में कोरोना के लक्षण आने पर सबसे पहले रैपिड किट से उसकी जांच की जाती है. रैपिड किट में मरीज के पॉजिटिव आने के बाद कोरोना के कंफर्मेशन के लिए आरटीपीसीआर जांच करायी जाती है. पहले यह जांच पटना पीएमसीएच अथवा एनएमसीएच पटना में करायी जाती थी. किंतु वर्ष 2020-21 में कोरोना के भारी संक्रमण और बड़ी संख्या में मौत के बाद केंद्र सरकार के सहयोग से जहानाबाद में भी जांच केंद्र स्थापित किया गया था. इसके बाद से आरटीपीसीआर जांच भी अब जहानाबाद जिले में ही करायी जा रही है. पटना से जांच करने में रिजल्ट आने में एक सप्ताह का समय लग जाता था. जबकि जहानाबाद जिले में ही जांच शुरू होने के बाद एक से दो दिन में जांच का रिजल्ट आ जाता है.मास्क और सैनिटाइजर के इस्तेमाल का निर्देश
कोरोना के नये वेरिएंट के खतरे को देखते हुए अस्पतालों में कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मी चिकित्सक और नर्सों को भी एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है. उन्हें मास्क और ग्लब्स पहनकर ड्यूटी करने का निर्देश है. मरीजों का इलाज करते समय मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए भी कहा गया है. सभी पीएचसी को अस्पताल में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलिंडर चुस्त-दुरुस्त रखने और उसमें ऑक्सीजन भराकर रखने का निर्देश दिया गया है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और पल्स ऑक्सीमीटर की हालत पर रिपोर्ट मांगी गयी है व उसे एक्टिव रखने का निर्देश दिया गया है. जिला अस्पताल से लेकर सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के मरीजों के लिए अलग से स्पेशल वार्ड बनाने का भी निर्देश दिया गया है. अस्पताल में डॉक्टरों को कोरोना की जांच की संख्या बढ़ाने को कहा गया है.
कितना खतरनाक है नया वेरिएंट
नये वेरिएंट के इन्फेक्शन का क्या है लक्षण
केरल से सबसे अधिक केस आया सामने
देश में कोरोना के नए वेरिएंट का इन्फेक्शन तेजी से फैल रहा है. अब तक 1047 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें 11 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार के पटना में भी एक निजी अस्पताल में दो केस मिले हैं. देश का केरल राज्य इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है, कुल 1047 केस में से 430 मामले केवल केरल राज्य के हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र से 208 केस, दिल्ली से 104 केस, गुजरात से 83, कर्नाटक से 80 और बेंगलुरु से 72 केस सामने आए हैं. बिहार के पटना से अभी तक दो मामले सामने आ चुके हैं.कैसे करें कोरोना के नये वेरिएंट से बचाव
कोरोना के नये वेरिएंट से बचाव के भी वही उपाय हैं जो पुराने वेरिएंट से बचाव के उपाय थे. इसके लिए भीड-भाड़ से दूर रहना, सोशल डिस्टेंस का पालन करना, मास्क ऑफ़ सैनिटाइजर का उपयोग करना, सर्दी-खांसी, बुखार वाले मरीजों से दूर रहना, बगैर किसी बीमारी के अस्पताल जाने से परहेज करना ही नये वेरिएंट से भी बचाव के उपाय हैं.
कितना सतर्क हैं हम लोग
क्या कहते हैं पदाधिकारी
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