सुपरस्ट्रक्चर का कार्य भी हो गया पूरा
बताया गया कि अंग्रेजों के समय के निर्मित जुबली वेल रेलवे ओवरब्रिज के नये स्वरूप को लगभग 12 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है. इस ब्रिज की एक छोर से दूसरे छोर तक की लंबाई लगभग आधा किलो मीटर है. जबकि चौड़ाई दोनों आरंभिक छोर पर दोनों ओर के फुटपाथ सहित 7 मीटर तथा पुल के सबसे ऊपरी भाग में लगभग 12 मीटर की होगी. सिविल कंस्ट्रक्शन का काम पूरा भी कर लिया है. रेलवे पुल के सुपरस्ट्रक्चर का काम भी पिछले 8 फरवरी 2022 को लगभग पूरा कर लिया गया है.
फिलहाल अलग-अलग एजेंसियों द्वारा रेलवे ओवर ब्रिज के अलग-अलग कार्यों को किया जा रहा है. इसमें न केवल जुबली वेल रेलवे ओवर ब्रिज बल्कि जुबली बेल चौक से ओवरब्रिज से अल्बर्ट रोड का भी कायाकल्प किया जा रहा है. जिसे लेकर रोड के पिचिंग का कार्य पूरा हो गया है और अब उसे वाटरप्रूफ रोड की शक्ल दी जा रही है. हाल के दिनों में जब पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक के जमालपुर आगमन की तिथि तय हुयी है, तब से इस पुल को अंतिम रूप देने में एजेंसियां लगी हैं.
पुल के दोनों और चौड़े फुटपाथ का होगा निर्माण
बताया गया कि वर्तमान जुबली वेल पुल का निर्माण 1862 ईस्वी के पहले अंग्रेजों द्वारा किया गया था. उसी पुल के समानांतर उत्तर की ओर नया रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है. जो रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन के मानक के अनुसार है. इस पुल का निर्माण कार्य दिसंबर 2016 में आरंभ किया गया था. तब इसका ऐस्टीमेटेड कॉस्ट लगभग 12 करोड़ रुपया था. जो बढ़कर लगभग दुगना हो चुका है. पुल के दोनों और चौड़े फुटपाथ बनाने की योजना है. जो पुल के सुपरस्ट्रक्चर की दोनों और बाहर की साइड में बनेगा.
कार्यकारी एजेंसी द्वारा इसकी तैयारी भी की जा रही है. फुटपाथ के लिये पेवर ब्लॉक भी मंगाया जा चुका है. लेकिन महाप्रबंधक के आगमन के पूर्व फुटपाथ को तैयार कर लेने के प्रति संशय की स्थिति बनी है. बताया गया कि सुपरस्ट्रक्चर के दोनों और लगभग 6 फीट चौड़े फुटपाथ का निर्माण किया जाना है. लेकिन अबतक इसका कार्य आरंभ नहीं हो पाया है.
कहते हैं अधिकारी
प्रोजेक्ट इंचार्ज नजरुल अहमद ने बताया कि नये वर्ष में जुबली वेल ओवर ब्रिज का कार्य पूरा कर लिया जायेगा.