भभुआ सदर. शहर के एकता चौक, जयप्रकाश चौक और पटेल चौक की स्थिति आजकल यह हो चुकी है कि यहां से वाहन सवार या पैदल लोग कड़ी मशक्कत के बाद ही निकलने पर राहत की सांस लेते हैं और फिर अतिक्रमण व इस व्यवस्था के लिए प्रशासन को कोसते हैं. नगर पर्षद अधिकारियों के लापरवाह रवैये के चलते शहर के प्रायः सभी प्रमुख चौराहे आज अतिक्रमण, अराजकता और मनमानी के शिकार हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इस शहरी कुव्यवस्था से पूरी तरह मुंह फेरे हुए है. इधर, ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए एसपी द्वारा सभी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी गयी है, बावजूद इसके शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या आज भी बनी हुई है. एकता चौक पर तो पुलिस के मौजूद रहने के बावजूद जाम की समस्या आम हो चुकी है. मंगलवार को एकता चौक और जयप्रकाश चौक पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बावजूद बेतरतीब और भीषण जाम लगा रहा. गौरतलब है कि शहर में यातायात को व्यवस्थित करने के लिए नो पार्किंग, नो एंट्री आदि नियमों को लेकर प्रशासन से लेकर नागरिक तक सभी संजीदा होते हैं, लेकिन नियमों का पालन कराने वाली ट्रैफिक पुलिस भी इसकी निगरानी को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है. प्रशासनिक उदासीनता से शहरी व्यवस्था ध्वस्त दरअसल, प्रशासनिक उदासीनता और व्यवस्था में अक्षमता के चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. लोग नारकीय व्यवस्था से कराह रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. यहां की सड़कों से आप संभलकर न निकलें तो किसी भी तरह की अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता. खासकर कचहरी रोड की स्थिति ऐसी है कि यह मुख्य और संकरी हो चुकी सड़क अतिक्रमणकारियों के हवाले हो गई है. कुछ खाली जगह इस रोड पर स्थित अधिकारियों के सरकारी आवास के आगे है, जहां मजबूरन लोग अपने वाहनों को सड़क किनारे ही पार्क करते हैं. कचहरी रोड पर स्थित एसपी, एसडीओ आदि पदाधिकारियों के आवास के सामने भी मुख्य सड़क के दोनों किनारों पर वाहनें पार्क हो रही हैं. चलाया जायेगा अभियान शहरी कुव्यवस्था के संबंध में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय ने बताया कि नप के कर्मचारी प्रत्येक दिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हैं. मनमानी पर जुर्माना भी ठोका जा रहा है. वैसे जल्द ही पुलिस प्रशासन से बैठक कर इसके खिलाफ विस्तृत अभियान चलाया जायेगा.
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