भविष्य में न हो इस तरह की गलती
इसको लेकर कटिहार एसपी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि ट्रेनी डीएसपी सह कोढ़ा थानाध्यक्ष श्वेता कुमारी द्वारा छापेमारी करने का आदेश देरी से देने की वजह से मामले में संलिप्त कई अपराधी भागने में सफल रहे, जो उनके कर्तव्य के प्रति गैर जिम्मेदाराना और असहयोगी रवैया एवं मनमाने पन को दर्शाता है. इस आरोप में ट्रेनी डीएसपी सह कोढ़ा थानाध्यक्ष को भविष्य में इस तरह की घटना दुबारा ना दोहराई जाए, इसके लिए चेतावनी दी गई है.
पूर्णिया एसपी ने की थी शिकायत
इस मामले में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा ने कटिहार एसपी से इस संबंध में शिकायत की थी कि छापेमारी करने गई पूर्णिया पुलिस को कोढ़ा थाना में ना केवल छापेमारी के नाम पर घंटों रोका गया, बल्कि जिन अपराधियों के खिलाफ छापेमारी करनी थी, उनका वारंट भी मांगा गया. पूर्णिया एसपी ने इसको लेकर पूर्णिया के डीआईजी से भी लिखित शिकायत की थी. इसके बाद डीआईजी ने कटिहार और पूर्णिया एसपी से रिपोर्ट तलब की थी. इस मामले में कोढ़ा डीएसपी धमेंद्र कुमार की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं. कटिहार एसपी की रिपोर्ट के बाद डीआईजी ने कोढ़ा डीएसपी के संबंध में डीजीपी को अपनी रिपोर्ट भेज दी है.
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