– सड़क पर कीचड़ से घरों से निकलना हुआ दुश्वार, लोग परेशान – खड़ंजा सड़क की स्थिति गंभीर, निर्माण नहीं होने से वार्डवासियों में आक्रोश कटिहार एक सप्ताह से हो रही रिमझिम बारिश ने निगम के वार्डों में किये गये विकास कार्य की पोल खोल कर रख दी है. बाजार की सड़क पर जलजमाव से लोग परेशान हैं. दूसरी ओर बाजार से हटकर आने वाले वार्ड में बनाये गयी खड़ंजा सड़क बदहाल की स्थिति में है. सबसे अधिक खराब पंचायत से कुछ अंश काटकर बनाये वार्डों की है. वार्ड नम्बर एक, दो और तीन की सड़कों की स्थिति बारिश में इतनी बदहाल हो गयी हैं कि आवागमन प्रभावित है. सड़क पर जमे कीचड़ से जहां लोगों को घरों से निकलना दुश्वार होने लगा है. दूसरी ओर बारिश पूर्व बनी खडंजा सड़क मरम्मत के अभाव में जीर्णशीर्ण की हालत में है. वार्ड नम्बर दो के अधिकांश भाग में कीचड़ पसरने से लोगों को जीना मुहाल होने लगा है. स्थिति इस कदर हो गयी है वार्ड नम्बर दो का शमशेरगंज व भेरिया रहिका निगम में आने के बाद भी टापू बना हुआ है. इस वार्ड में विकास की रफ्तार इस कदर है कि कार्य नहीं होने की वजह से शहर से बिल्कुल कटा हुआ है. इस वार्ड के लोगों का आक्राेश निगम प्रशासन व वार्ड पार्षद के विरूद्ध चरम पर है. भेरिया रहिका से शमशेरगंज जाने वाली खड़ंजा सड़क पर कई जगह कीचड़ पसरे रहने से आवागमन में काफी परेशानी होती है. वार्ड के लोगों में सूरज रविदास, रमण सिंह, संतोष कुमार, सुमित कुमार समेत कई ने बताया कि यह मोहल्ला हमेशा से उपेक्षित रहा है. वार्ड पार्षद को राविश गिराने को लेकर बार- बार कहने का भी कोई असर नहीं होने से उनलोगों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. अत्यधिक जरूरी कार्य को लेकर ही घराें से बाहर निकलने की मजबूरी रहती है. पारा मेडिकल के सैकड़ों विद्याथियों के लिए जी का जंजाल बना है यह सड़क पारा मेडिकल में नामांकित छात्र- छात्राओं का कहना है कि उनलोगों के लिए यह सड़क जी का जंजाल बना हुआ है. उनलोगाें को प्रतिदिन अस्पताल ड्यूटी करने के लिए मुख्य सड़क पर टोटो, ऑटो पकड़ने के लिए आना पड़ता है. बीच की कम से कम पचास से पचहतर मीटर की दूरी में कीचड़ क साम्राज्य होने की वजह से घर से निकलने के लिए कई बार सोचने की विवशता हो जाती है. कभी कभार गढ्ढे भरे कीचड़ वाली सड़क पर गिरकर घायल होने तक की नौबत आ जाती है. उनलोगों ने भी वार्ड पार्षद से इस सड़क पर राविश गिराने की मांग की है. वार्ड के लोगों का कहना है कि एक दिन पूर्व निगम से एसडीओ द्वारा निरीक्षण किया गया है. दाे दिन के अंदर राविश गिराने का आश्वासन दिया गया है. दबकर रह जाती है नगर प्रशासन के समक्ष उनकी आवाज वार्ड नम्बर दो के मोहल्लों की सड़कों की स्थिति काफी खराब है. 1998 में उक्त खड़ंजा सड़क का निर्माण किया गया था. मरम्मत के अभाव में सड़क से ईंट तक गायब हो गयी है. जिस वजह से जगह जगह गढ्ढे में तब्दील हो गयी है. निगम प्रशासन से राविश के लिए कई बार लिखित शिकायत की गयी है. लेकिन आज तक इस पर ध्यान नहीं दिये जाने की वजह से अब उक्त सड़क की हालत बद से बदतर हो गयी है. गोशाला पॉलिटेक्निक के पीछे व शमशेरगंज जाने वाली सड़क पर राविश की आवश्यकता है. भेरिया रहिका निगम में आने के बाद भी टापू बना हुआ है. कहा जाये कि शहर से बिलकुल कटा हुआ है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी. मुर्सरत जहां, पार्षद, वार्ड नम्बर दो
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