आजमनगर आजमनगर थाना क्षेत्र में 18 चक्के से लेकर 22 चक्कों तक के ट्रकों में ओवरलोडिंग का खेल चल रहा है. यह क्षेत्र पश्चिम बंगाल का सीमावर्ती क्षेत्र है. बालू एवं गिट्टी से लदे ट्रकों के ओवरलोडिंग का कारोबार स्थानीय प्रशासन एवं बिचौलियों द्वारा धड़ल्ले से चल रहा है. जिसके कारण आजमनगर क्षेत्र के दर्जनों सड़कों का हाल बद से बदतर हो चुका है. आजमनगर से दिल्ली दिवानगंज को जोड़ने वाली बांध पर बनी सड़क की स्थिति बद से बद्तर हो चुकी है. लगातार ओवरलोडिंग ट्रैकों के परिचालन से बांध पर बने सड़क कई जगहों पर बुरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गई है. ओवरलोडिंग परिचालन पर रोक लगाने की मांग कर रहे है लेकिन अधिकारियों की मौन सहमति से ओवरलोडिंग का खेल जारी है. प्रत्येक दिन आजमनगर-सालमारी मुख्य सड़क से दर्जनों ओवरलोडिंग ट्रकों का आवागमन जारी है. जिससे उक्त सड़क को क्षतिग्रस्त तो करता ही है साथ ही दिनभर जाम की समस्या बनी रहती है. वर्तमान समय में ठेकेदारों के द्वारा क्षेत्र के छोटे-छोटे सड़कों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. जिसमें उपयोग होने वाले सामग्रियों में गिट्टी एवं बालू से लदे ट्रकों को बिहार के सीमावर्ती राज्यों से लाया जा रहा है. जो पूर्णतः ओवरलोडेड रहती है. जिसके कारण मुख्य सड़कों का हाल बद से बद्तर हो चुका है. इस ओवरलोडिंग के कारोबार में ठेकेदारों के साथ-साथ व्यापारियों की अहम भूमिका भी है. यही कारण है कि व्यापारी निडर होकर सालमारी थाना एवं आजमनगर थाना के सामने से ओवरलोडेड ट्रकों का परिचालन करा रहे हैं. बताते चलें कि कटिहार जिला बिहार का वह सीमावर्ती जिला है जो पश्चिम बंगाल के सीमा पर अवस्थित है. आजमनगर थाना अध्यक्ष कुंदन कुमार सिंह ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए कहा कि गाड़ियों के ओवरलोडिंग परिचालन पर हमारे द्वारा कुछ नहीं किया जा सकता है. माइनिंग विभाग के अधिकारियों को इस पर कारवाई करना चाहिए. ताकि सड़कों को क्षतिग्रस्त एवं सड़क जाम होने से बताया जा सके. राजद के नेता सैयाद आलम उर्फ पिंकू ने जानकारी देते हुए कहा कि आजमनगर थाना क्षेत्र में लगातार ओवरलोडिंग गाड़ियों के कारण क्षेत्र के विभिन्न सड़कों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. अधिकारियों को चाहिए कि जल्द से जल्द ओवरलोडिंग गाड़ियों पर कार्रवाई करें. ताकि समय रहते सड़कों बचाया जा सके.
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