आजमनगर अमरसिंहपुर, मर्वतपुर व आजमनगर सहित कई अन्य पंचायतों में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत बनाये गये कचरा भवन के अंदर से लेकर बाहर तक अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है. प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों के कचरा भवनों के इर्द-गिर्द खुले में ही कचरा फ़ैला दिया जाता है. इससे पूर्व जिलाधिकारी मनेश कुमार मीना के द्वारा निरीक्षण भी किया गया था लेकिन इस पर किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है. आजमनगर तथा आलमपुर पंचायत में बने कचरा भवन के ठीक 50 से 100 मीटर की दूरी पर प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय आजमनगर है. छात्राएं इसी गंदगी के रास्ते विद्यालय पहुंचती है. कचरा से फैलती दुर्गंध के कारण शिक्षक सहित छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही बारिश के कारण कचरा सड़ गल कर एक महामारी जैसी बीमारियों को फैल सकती है. जिस पर सरकार द्वारा लगातार लगाम लगाने के लिए लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत कचरा को एक जगह रखने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण कचरा भवन के जगह कचरा भवन के चारों ओर कचरे को फैला दिया जाता है. कचरे के दुर्गंध से परेशान राहगीरों में नोमान, अनिस, बंटी, फैसल, निहाल एवं इम्तियाज अहमद सहित दर्जनों राहगीरों ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा लगातार स्वच्छ बिहार बनाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन उनके अधिकारियों के मनमाने रवैया से आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायत में बने कचरा भावन का हाल बद से बदतर हो चुका है. जहां से गुजरने के दौरान मानो नाक के बाल जल जाते हों दुर्गंध इतनी फैली हुई है. जिससे बीमारियों का आशंका बना रहता है. प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मुकेश से दूरभाष पर जानकारी देते हुए कहा कि संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया है. जल्द ही कार्रवाई की जायेगी.
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