कटिहार बठेली में पोषण वाटिका के प्रति जागरूकता अभियान चलाया गया. इसको लेकर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पोषण के महत्व को बताते हुए हरी साग सब्जियों को शामिल करने की सलाह दी गयी. कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक डॉ नंदिता कुमारी ने बताया कि यह कार्यक्रम कुपोषण दूर करने के लिए किया गया है. ताकि प्रत्येक घर की महिलाएं भोजन बनाने के क्रम में पोषक तत्व का पूरी तरह से ख्याल रखते हुए खाना पकाये और पूरे परिवार को भोजन संतुलित मिल सके. इससे विभिन्न तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है. खाने में मल्टीग्रेन आटा घर पर ही बनाये ताकि निगेटिव अन्य केवल गेहूं का आटा ही नहीं खाये. उसमें ज्वार बाजरा, रागी का आटा मिलाकर इसकी पौष्टिकता को बढ़ाये. डॉ सुशील कुमार ने भी पौधों की देखरेख के बारे में विस्तार से बताया. इस मौके पर संजय कुमार, अरूण कुमार के अलावा महिला पुरूष किसान मौजूद थे.
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