– पानी में डूबने, वज्रपात होने पर आपदा की घड़ी में संयम से ले काम बरारी प्रखंड के प्लस टू जागेश्वर उच्च विद्यालय गुरूबाजार के प्रशाल में सीओ मनीष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जिला सहायक आपदा प्रभारी की उपस्थिति में एसडीआरएफ आपदा से बचाव की जानकारी दी. इंस्पेक्टर अवधेश चक्रवर्ती ने बताया कि स्कूल के छात्रों , शिक्षकों, आपदा स्वयंसेवक को आपदा की घड़ी में लोगों की कैसे मदद करें, विस्तार से बचाव दल द्वारा जानकारी दी गयी. एसडीआरएफ टीम के सिपाही जोगेश्वर सिंह, रुपेश कुमार, प्रवीण कुमार ने स्कूली छात्रों को बताया कि कोई व्यक्ति पानी में डूब रहा है तो उस वक्त डूबने वाले हाथ उपर करके चिल्लाते है. उन्हें बचाने के लिए कोई बड़ी रस्सी या बांस डूबने वाली की ओर करें और उसे पकड़ने को कहें. डूबे हुए व्यक्ति को बाहर निकाल कर उसे समतल स्थान पर लेटा दें. दोनों पैर उपर कर उसके अन्दर के पानी को निकाले एवं उसका सिर विपरीत दिशा में मोड़ दें. फिर पेट के बल लेटाकर पीठ से प्रेसर दें. उसकी जान बच सकती है. व्रजपात की स्थिति में यदि आप खुले में हैं यथाशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें. यदि जंगल में हों तो बौने एवं घने पेड़ों की शरण में जाय. यदि आप बस या कार अथवा ढके हुए वाहन के अन्दर है तो सुरक्षित है. घर के अंदर बिजली से संचालित उपकरणों को बंद कर दें तथा तार वाले टेलीफोन का उपयोग ना करें. ऊंचे वृक्ष, ऊंचे इमारत एवं टेलीफोन या बिजली के खंभे के पास खड़े न रहे. पानी के अन्दर ना रहे तथा पुल, झील, छोटी नाव से तुरंत बाहर निकल जाय. एक स्थान पर भीड ना लगाएं. कई तरह से आपदा बचाव की जानकारी दी गयी. आपदा कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के विनोद राम, राजस्व अधिकारी श्रीकांत कुमार, प्रधानाध्यापक सौरभ प्रसुन्न, अंचल नाजीर संतोष कुमार, राजस्व कर्मचारी मोहन यादव सहित छात्र- छात्रा, शिक्षक, आपदा स्वयं सेवक आदि मौजूद रहे.
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