कटिहार. रात से हो रही रूक-रूक कर रिमझिम बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है. हालांकि इस बारिश से किसानों को कोई लाभ नहीं होगा. किसान मूसलाधार बारिश की आस लगाये बैठे हैं. पर मूसलाधार बारिश नहीं हो रही है. जिससे किसानों में मायूसी है. किसानों का कहना है कि जब तक मूसलाधार बारिश नहीं होगी, तब तक धान की रोपाई करना संभव नहीं है. बड़े किसान खेत में पटवन कर धान की रोपाई कर रहे हैं. लेकिन वह महंगा पउ़ रहा है. अधिकांश जगहों पर बिजली की व्यवस्था नहीं होने के कारण बड़े किसान तो डीजल से पंपसेट से पटवन कर रहे हैं. पर छोटे व मझोले किसान पटवन कर धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं. यही वजह है कि आधे से भी कम किसानों ने धान की रोपाई कर सकें. जबकि अब तक धान की रोपाई का काम लगभग पूरा हो जाना चाहिए था. धान की रोपनी लेट से होने पर किसानों को नुकसान होने का भय सता रहा है. इस बार मानसून साथ नहीं दे रहा है. बादल घिर रहे हैं लेकिन उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हो रही है. गौरतलब हो कि कटिहार में धान की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है. धान की खेती कर किसान अच्छी आमदनी अर्जित करते हैं. इस वर्ष मौसम की स्थिति को लेकर किसान बेहद चिंतित हैं. ———————————— बारिश से मौसम हुआ सुहाना हवा चलने के साथ हल्की बारिश होने से मौसम सुहाना व कूल-कूल बना हुआ है. मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. जबकि दो दिन पूर्व तक अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था. तेज धूप व उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हो रहे थे. हवा व बारिश होने के साथ ही सोमवार से ही मौसम में बदलाव हो गया है. मंगलवार को तापमान पांच डिग्री तक नीचे जाने के कारण मौसम सुहाना बना हुआ है. लोग ऐसे मौसम का लुफ्त उठा रहे हैं. इधर बारिश के कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें कीचड़मय हो गयी है. कई जगहों पर जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.
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