
कटिहार भाजपा वोटर लिस्ट से गरीब, अशिक्षित, पिछड़े लोगों का नाम हटाना चाहती है. राजद द्वारा चलाये जा रहे सत्तू परिचर्चा पर राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव समरेंद्र कुणाल ने कही. उन्होंने बताया कि बिहार विधान सभा चुनाव के महज़ तीन माह पहले मतदाता सूची का पुनर्निरीक्षण किये जाने के पीछे केन्द्र सरकार द्वारा गंभीर षडयंत्र है. कंप्यूटरीकृत मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी की संभावना नहीं है.अचानक 22 वर्षों के बाद अचानक ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 2024 लोक सभा चुनाव इसी मतदाता सूची से सम्पन्न कराने के एक साल के अंदर ही कैसे गड़बड़ी हो गयी. इस पर सवाल खड़ा किया. कुणाल ने कहा कि गत लोक सभा चुनाव में भाजदयू को चालीस में तीस सीटे मिली थी. उन्होंने कहा कि भाजपा जदयू को छोड़ सभी पार्टियां इसका विरोध कर रही है. बावजूद चुनाव आयोग संज्ञान नहीं ले रही है. कटिहार विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत हसनगंज प्रखण्ड के ढेरुआ पंचायत आदिवासी संथाल टोला में स्थानीय लोगों को चुनाव आयोग के इस तरह की मनमानी से अवगत कराया. कुणाल ने बताया कि वोटर लिस्ट रिव्यू का राजद सड़कों पर उतर कर विरोध करेगी. श्रीलाल उरांव ने कहा कि मतदाता सूची से देश के मूलनिवासी संथाल आदिवासी समाज को सरकार हटाना चाहती है. सत्तू परिचर्चा का अध्यक्षता वार्ड सदस्य सोम मरांडी ने की. जबकि संचालन राजद पंचायत अध्यक्ष कलाम ने किया. कार्यक्रम में मुख्यरूप से राजद के प्रीतम सिंह चंद्रवंशी, अशोक झा, अहमद हुसैन, लक्ष्मण उरांव, जग्गू मरांडी, फूलो मुर्मू ,चम्पा मुर्मू सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरूष शामिल थे.
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