Kishanganj में तेजी से पांव पसर रहा lottery का कारोबार, दलाल नई नई स्कीम का लालच देकर लोगों को फसाते हैं

Kishanganj में lottery टिकट के दलाल नई नई स्कीम का लालच देकर गरीब व माध्यम परिवार के लोगो को फसाते हैं. अवैध लॉटरी के विक्रेता जिले पश्चिम बंगाल के सीमा से सटे होने के कारण जिले में बेरोकटोक अवैध लौटरी का कारोबार चला रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2022 6:03 AM
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किशनगंज. जिले में अवैध लॉटरी का कारोबार एक बार फिर तेजी से पांव पसारने लगा है. जिले में प्रतिदिन अवैध लॉटरी का दो करोड़ से अधिक का कारोबार हो गया है. लॉटरी टिकट के दलाल नई नई स्कीम का लालच देकर गरीब व माध्यम परिवार के लोगो को फसाते हैं. अवैध लॉटरी के विक्रेता जिले पश्चिम बंगाल के सीमा से सटे होने के कारण जिले में बेरोकटोक अवैध लौटरी का कारोबार चला रहा है.

हालाकि पुलिस समय समय पर कार्रवाई करती है. इसके बावजूद ठोस कार्रवाई नही होने से यह कारोबार अब परवान चढ़ रहा है. इन लॉटरी के लालच में अब गांव के भोले भाले मजदूर किसान फस रहे है.लॉटरी के जरिये अमीर बनने की चाहत कंगाल बनाते जा रहे है. जिले में बंगाल,भूटान व सिक्किम निर्मित लॉटरी का कारोबार विगत कई वर्षों से बढ़ गया है. लॉटरी के माफिया शहर के लोगों को खूब लूट रहे हैं. जानकारी अनुसार शहर के हर मोहल्ले में लॉटरी माफिया के एजेंट घूम घूम कर इसका शिकार बनते है. साथ ही, थोक विक्रेता बंगाल लौटरी दुकान के नाम से बिल भी दे रहे हैं. इससे यहां के अवैध लौटरी विक्रेताओं को बंगाल जाना नहीं पड़ रहा है.

हर रोज कैफे में लगती है भीड़

बिहार में प्रतिबंधित लॉटरी का रिजल्ट देखने के लिये शहर के कम्प्यूटर सेंटर या कैफे में भीड़ लग रहा है. शहर के सुभाषपल्ली, लाइन पाड़ा, कुतुबगंज हाट, चूड़ीपट्टी, दिनाजपुर रोड, खगड़ा सहित कई जगह में है। जहां दोपहर से शाम 6 बजे आसानी से देख सकते है.

मजदूरों की गाढ़ी कमाई पानी में

इस लॉटरी टिकट के चक्कर मे गरीब मजदूर, रिक्शा चालक,बेरोजगार आसानी से चंगुल में फंस रहे है. उन्हें लालच व बरगला कर अमीर बनाने के सपने दिखाकर उनका गाढ़े पसीने की कमाई लूट रहे हैं.अब तो गांव के लोगो को भी इसमें फस रहे है.

धड़ल्ले से बिक रहे लॉटरी टिकट

धड़ल्ले से बिक रहे लॉटरी टिकट बिहार में मिजोरम,भूटान,सिक्किम निर्मित लॉटरी टिकट शहर से लेकर गांव तक धरल्ले से बिक रहा है. लगातार इस कारोबार बढ़ रहा है।शहर में कुछ संभ्रांत परिवार के युवा वर्ग भी शामिल है. हालांकि पुलिस समय समय पर छापेमारी कर कार्रवाई कर भी रही है. इसके बावजूद इस अवैध कारोबार बढ़ता ही जा रहा है.

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