-आरबीएसके से जिले के गरीब परिवारों के बच्चों को मिल रहा जीवनदान, इलाज पूरी तरह नि:शुल्क
किशनंज
गरीबी के बीच जीती-जागती मिसाल
हसमत के पिता ने कहा कि हमारे लिए तो यह इलाज असंभव था.
सभी बच्चों को पूरी तरह नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा है- सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि आज मोहित, रोशनी और हसमत को आईजीआईएमएस भेजा गया है. हसमत का अहमदाबाद में ऑपरेशन पहले ही सफल हो चुका है और अब उसका फॉलोअप चेकअप होगा. हम चाहते हैं कि जिले का कोई भी बच्चा इलाज के अभाव में पीड़ित न रहे.
यह योजना गरीब परिवारों के लिए जीवन रक्षक है
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की पहचान और समय पर रेफरल हमारी प्राथमिकता है. मैं सभी अभिभावकों से अपील करता हूँ कि यदि बच्चों में ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें. जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि आरबीएसके टीम घर-घर जाकर बच्चों की स्क्रीनिंग कर रही है. हमने अब तक कई बच्चों की पहचान कर उन्हें बड़े अस्पतालों में रेफर किया है. इलाज, यात्रा और रहने-खाने की पूरी सुविधा सरकार की ओर से निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है.
लक्षण पहचानें, समय पर इलाज कराएं
जन्मजात हृदय रोग के सामान्य लक्षण
-सांस लेने में तकलीफ
-सामान्य विकास में देरी
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