किशनगंज. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत जिले में आम जनों द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को तेजी से अपनाया जा रहा है. इस कड़ी में जिला पदाधिकारी विशाल राज के द्वारा किशनगंज शहर के वार्ड नंबर 30 स्थित रोलबाग एवं मोतीबाग क्षेत्र के दो उपभोक्ताओं को योजना का सफलतापूर्वक लाभ उठाने एवं बिजली बिल शून्य करने के लिए सम्मानित किया गया.डीएम ने गुरूवार को झमाझम बारिश के बीच रोलबाग स्थित लाभार्थी अरहुल देवी पति उपेंद्र चौधरी के घर पहुंचकर उनके पति उपेंद्र चौधरी को उपहार देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर डीएम ने लाभुक को उनके घर का वह बिजली बिल भी सौंपा, जिसमें उनका देय शून्य अंकित था. यह बिल उनके द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर ऊर्जा अपनाने का प्रत्यक्ष प्रमाण है.लाभार्थी उपेंद्र चौधरी ने बताया कि इस योजना की जानकारी उन्हें समाचार माध्यमों से मिली थी, जिसके बाद उन्होंने अपने घर के छतों पर पांच किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया. इसके लिए उन्हें 78 हजार रुपये की सब्सिडी भी प्राप्त हुई. पहले हर माह चार से पांच हजार रुपये बिजली बिल का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब उनका बिजली बिल शून्य आ रहा है.अरहुल देवी के पुत्र संतोष चौधरी ने बताया कि उन्होंने फरवरी माह में अपने छत पर लगभग तीन लाख रुपये की लागत से पांच किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया था. योजना का लाभ यह हुआ कि मार्च माह से ही उनका बिजली बिल शून्य आने लगा और अब प्रति माह लगभग पांच हजार रुपये की बचत हो रही है. इसी प्रकार मोतीबाग क्षेत्र के लाभार्थी श्रीनिवास त्रिपाठी पिता स्वर्गीय वासुदेव आचार्य को भी डीएम ने उपहार देकर सम्मानित किया गया. उन्होंने भी अपने घर में पीएम सूर्य घर योजना के तहत रूफटॉप सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा को अपनाया है.इस अवसर पर डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, जो 15 फरवरी 2024 को लॉंच की गई थी. इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को सौर ऊर्जा से जोड़ना है. बताया कि सरकार इस योजना के तहत एक करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगवाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिससे लाभार्थियों को प्रतिमाह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी. यह योजना विशेष रूप से निम्न एवं मध्यम आय वर्ग के परिवारों के लिए बहुत उपयोगी है.डीएम ने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस योजना का लाभ उठाएं और अपने बिजली बिल से मुक्ति पाएं. उन्होंने बताया कि योजना के तहत 1 किलोवाट के लिए 30 हजार रुपये, 2 किलोवाट के लिए 60 हजार रुपये व तीन किलोवाट या उससे अधिक तक के लिए 78 हजार रुपये तक सब्सिडी दी जा रही है.
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