पौआखाली. भीषण गर्मी से लोगों का आम जन-जीवन अस्त व्यस्त है. 37-38 डिग्री सेल्सियस तापमान की तपिश में आमजन के साथ ही पशुओं का भी बुरा हाल है. पौआखाली सहित प्रखंड क्षेत्र के स्कूली बच्चे बच्चियां सिर पे छाता और दुपट्टा डालकर स्कूल आने जाने को विवश है. स्कूल के कमरों में बिजली पंखे लगे हुए हैं बावजूद कमरों के अंदर की गर्मी से बच्चों की हालत खराब रहती है. जबतक बिजली आपूर्ति बहाल रहती है थोड़ी राहत महसूस होती है. गर्मी की छटपटाहट से बच्चे इधर उधर ठंड की तलाश में भागते फिरते हैं. रसोईघरों में काम करनेवाली गृहणी भी इस भीषण गर्मी में परेशान हो रही है. इस गर्मी से घर के बच्चे युवा बुजुर्ग सभी चर्म रोग संबंधी बीमारी जैसे दाद खाज खुजली और घमौरियों के शिकार हो रहे हैं. खुला आसमान और चिलचिलाती तेज धूप के साथ गरम हवाओं के थपेड़ों में खेतो में काम करने वाले किसानों और मजदूरों की मानिए तो ऊपर वाला अग्नि परीक्षा ले रहा हो. हर उम्र के लोग भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए नगर के शीतल पेय पदार्थों की बिक्री वाले दुकानों और आइसक्रीम वाले के ठेलों पर नजर आ रहे हैं. इसके अलावे लोग डिहाइड्रेशन की शिकार से बचने के लिए ग्लूकोज और एनर्जल ड्रिंक का भी सहारा ले रहे हैं.
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