पहाड़कट्टा. महागठबंधन के बिहार बंद का असर पोठिया प्रखंड में बुधवार को देखा गया. मतदाता गहन पुनरीक्षण पर रोक लगाने की मांग को लेकर राजद, कांग्रेस, एमआइएमआइएम के नेताओं ने करीब दो घंटे तक ठाकुरगंज-इस्लामपुर मुख्यपथ को पोठिया चौक पर जाम रखा. इस दौरान महागठबंधन के कार्यकर्ता व नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के अलावे चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा मांगे जा रहे 11 दस्तावेज गरीबों के पास फिलहाल नहीं है. जिससें बिहार के लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से कट सकता है. राजद प्रखंड अध्यक्ष मो नूरुद्दीन ने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव के पहले इतने कम समय में मतदाता सूची का पुनरीक्षण संभव नही है. चुनाव आयोग को पहले पुनरीक्षण का कार्य करना चाहिए था. पूर्व प्रमुख मो जाकिर हुसैन ने बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर साजिश के तहत विशेष गहन पुनरीक्षण करवा रही है. ताकि बिहार के युवाओं, गरीबों, दलितों व अल्पसंख्यकों को मतदान से वंचित रखा जा सकें. मतदान से वंचित कर यह लोकतंत्र की हत्या करना चाहते है. लोकतंत्र में एक-एक वोट कितना महत्वपूर्ण है इसे चुनाव के समय देखा जाता है. सड़क जाम से दोनों दिशा में वाहनों की लंबी कतारें लग गयी थी. बिहार बंद के मद्देनजर पोठिया थाना की पुलिस चौकस दिखी. चौक-चौराहों पर पुलिस बलों को तैनात किया गया था. मॅनिटरिंग थानाध्यक्ष अंजय अमन कर रहे थे. मौके पर पूर्व प्रमुख मो जाकिर हुसैन, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मास्टर इनामुल हक, राजद प्रखंड अध्यक्ष मो नूरुद्दीन, एमआइएम प्रखंड उपाध्यक्ष इफारुल हक, बुधरा ग्राम कचहरी सरपंच मो आसिफ, मुखिया प्रतिनिधि मो मुद्दसिर नजर, मो शाहिद, कांग्रेस नेता मो सैयद सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
संबंधित खबर
और खबरें