लखीसराय. जिले के पिपरिया प्रखंड में वलीपुर के मुखिया चंदन सिंह उर्फ डोमु सिंह के पार्थिव शरीर जब सदर अस्पताल से उसके गांव वलीपुर पहुंचा तो महिलाओं के चीख चीत्कार से वलीपुर की धरती कांप गयी. मुखिया के घर महिला एवं पुरुष का भारी भीड़ उमड़ पड़ी. वलीपुर मुखिया चंदन एक निडर और निर्भिक युवक थे. वलीपुर अपराध के लिए हमेशा चर्चित रहा है. मुखिया ने पूर्व में भी अपनी हत्या की आशंका जतायी थी. वलीपुर मुखिया एक श्राद्ध के भोज में पहुंचे थे. मिली जानकारी के अनुसार मुखिया चंदन सिंह अपने एक साथी सह वार्ड सदस्य प्रतिनिधि चंदन कुमार सिंह के साथ भोज खाकर अपने घर लौट रहे थे. रास्ते में ही पहले से घात लगाये अपराधियों ने दोनों को गोलियों से छलनी कर दिया. मुखिया के शरीर पर पांच गोली व वार्ड सदस्य प्रतिनिधि चंदन को एक गोली मारी गयी. गोली की आवाज सुनकर ग्रामीण भययभीत हो गये. कुछ देर बाद स्थल पर पहुंचे. तबतक घटना स्थल से अपराधी फरार हो चुके थे. दोनों को जब अस्पताल ले जाने लगा उसी वक्त दोनों की मौत हो गयी. वलीपुर मुखिया पूर्व से भी अपराधियों के रडार पर रहे हैं. उनकी निर्भीकता एवं साहसी होना ही उनकी जान की दुश्मन बन गयी. वे अपराधियों के नजर पर शुरू से खटक रहे थे. मुखिया के साथ दूसरे चंदन की जान मुखिया के साथ होने के कारण कर दी गयी. अपराधी कोई गवाह नहीं छोड़ना चाहता था. यही कारण है कि मुखिया के साथ चंदन की भी हत्या कर दी गयी. पुलिस अधिकारी की लापरवाही के कारण भी स्थानीय लोग मान रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब मुखिया ने अपनी हत्या की आशंका पुलिस के समक्ष पूर्व में दी थी.
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