लखीसराय. बिहार मिड-डे मील रसोईया यूनियन जिला लखीसराय ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल कर धरना और प्रदर्शन के माध्यम से डीएम को अपनी मांगों के लिए ज्ञापन सौंपा. जिसमें केंद्र और राज्य सरकार को आगाह कराया कि मिड-डे मील वर्कर्स को 1650 रुपये मासिक वेतन देकर ठगने का काम कर रही है. मिड-डे मील वर्कर 1650 रुपये में अपने एक बच्चे को महीने का दूध भी नहीं दे सकती है. यूनियन रसोईया के मानदेय में वृद्धि करने की सरकार मांग करती है. वहीं मजदूर विरोधी श्रम संहिता को रद्द किये जाने, रसोईया को मासिक मानदेय 26 हजार रुपये करने, 10 माह के बजाय 12 महीने का मानदेय लागू करने, सेवानिवृत्ति के समय दो लाख रुपये रसोईया को भुगतान किया जाय, रसोईया को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय, पीएफ बीमा तथा ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाय, रसोईया को रिटायरमेंट के बाद कम से कम पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दिया जाय और पीएम पोषण योजना को उच्च स्तर तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाय, क्योंकि गरीब के बच्चे को भी पौष्टिक की जरूरत है. जो की उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सच में नहीं हो पता है, यह सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.मौके पर जिला सचिव रणजीत कुमार अजीत के नेतृत्व में एवं अध्यक्ष बबीता देवी अध्यक्ष, सुलेना देवी, श्री यादव, दिनकर कुमार, रेखा देवी, मनोज कुमार गुप्ता, अनुज कुमार, नीता देवी, नवीन पांडेय, सुषमा देवी सहित सैकड़ों की संख्या में शामिल होकर केआरके मैदान से जिला तक प्रदर्शन किया.
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