वार्ड पार्षदों ने लगाया आरोप: विकास कार्यों में रोड़ा अटका रहे हैं डिप्टी सीएम सभापति बोलीं: महीनों से बंद हैं सभी योजनाएं, नगरवासी हो रहे परेशान बड़हिया. नगर विकास योजनाओं के ठप पड़ने और कार्यों में प्रशासनिक हस्तक्षेप के खिलाफ शनिवार को बड़हिया नगर परिषद के प्रतिनिधियों का आक्रोश फूट पड़ा. नगर परिषद की मुख्य पार्षद डेजी कुमारी के नेतृत्व में सभी वार्ड पार्षद और उनके प्रतिनिधि सड़क पर उतर आये और लोहिया चौक पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का पुतला फूंककर विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा नगर परिषद के कार्यों में बार-बार हस्तक्षेप कर रहे हैं और बड़हिया के विकास को रोकने का षड्यंत्र कर रहे हैं. पार्षदों ने नारेबाजी करते हुए विजय सिन्हा के खिलाफ नारेबाजी की और बड़हिया के विकास में रोड़ा हटाओ, जैसे नारों के साथ अपना आक्रोश व्यक्त किया. मुख्य पार्षद ने कहा कि नगर क्षेत्र में महीनों से किसी भी तरह का विकास कार्य नहीं हो रहा है. न गली-नाली की मरम्मत हो रही है, न ही नल-जल योजना का कार्य प्रगति पर है. सारे कार्य अचानक ठप हो गये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उप मुख्यमंत्री जानबूझ कर योजनाओं में अड़चन डाल रहे हैं, ताकि बड़हिया की जनता नाराज हो और नगर परिषद की छवि धूमिल हो. सभापति प्रतिनिधि सुजीत कुमार ने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को प्रमोशन दिलाने का प्रलोभन देकर उप मुख्यमंत्री ने नगर के विकास कार्यों को रुकवा दिया है. उन्होंने कहा कि इससे आमजन को पीने का पानी, जल निकासी और सड़कों की खराब स्थिति जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. सुजीत कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि नगर स्थापना दिवस के मौके पर जब नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था, तो उपमुख्यमंत्री ने खुद हस्तक्षेप कर उन्हें कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया. इससे नगर परिषद का मनोबल टूटा और जनता में गहरा आक्रोश है. पूर्व उपसभापति मनोज कुमार ने कहा कि हाल ही में आयोजित मां बाला त्रिपुर सुंदरी जगदंबा महोत्सव के मंच से सभापति को दूर रखा गया, जबकि यह नगर परिषद के सहयोग से संचालित कार्यक्रम था. उन्होंने कहा कि यह भी उपमुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ. मनोज कुमार ने कहा कि बड़हिया के विकास को व्यक्तिगत द्वेष के कारण रोका जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. इस विरोध प्रदर्शन में नगर परिषद के सभी प्रमुख वार्ड पार्षद उपस्थित रहे. वार्ड पार्षद अमित शंकर, प्रेमचंद्र सिंह, श्यामा देवी, पूजा देवी, उषा देवी, मृदुला देवी, मनोज ठाकुर, बसंत कुमार, बबलू सिंह सहित अन्य पार्षदों और प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर विकास कार्यों में हस्तक्षेप बंद नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. स्थानीय नागरिकों का भी कहना है कि पिछले कुछ महीनों में नगर परिषद के अधिकांश कार्य बंद हैं. नालियों की सफाई, सड़कों की मरम्मत, पेयजल योजना जैसे अहम काम अधर में लटके हैं, जिससे जनता में नाराजगी बढ़ रही है.
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