प्रखंड मुख्यालय के ई-किसान सभागार में हुई बैठक
बैठक में बाढ़ नियंत्रण, राहत, बचाव, क्षति न्यूनिकरण एवं जरूरी व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया. बीडीओ प्रतीक कुमार, सीओ राकेश आनंद एवं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे चिकित्सकीय दल की प्रतिनियुक्ति, दवाइयों का भंडारण, नावों की व्यवस्था और संभावित राहत शिविर स्थलों की सूची शीघ्र उपलब्ध करायें. सीओ राकेश आनंद ने कहा, “बाढ़ से पहले तैयारी बेहद जरूरी है ताकि आपदा की घड़ी में हम ससमय राहत पहुंचा सकें. अभी तक सरकारी स्तर से आठ नावें उपलब्ध हैं. बाढ़ के दौरान निजी नावों का संचालन भी जरूरी होगा, इसके लिए उनका रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जा रहा है. उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने पंचायतों में ऐसे स्थानों की पहचान कर तत्काल जानकारी दें, जहां राहत शिविर और सामुदायिक रसोई की आवश्यकता पड़ सकती है. बैठक के दौरान लगभग सभी पंचायतों के मुखिया ने अधिकारियों को बताया कि प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांव हरसाल बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं, और मुख्यालय से उनका संपर्क टूट जाता है. खासकर टाल क्षेत्र में स्थिति अत्यंत भयावह हो जाती है. मुखिया प्रतिनिधियों ने चिंता जतायी कि बाढ़ के समय अफरा-तफरी का माहौल बन जाता है और लोगों को खाद्य संकट का सामना करना पड़ता है. नावों की कमी के कारण राहत शिविर तक पहुंचना बेहद कठिन होता है. उन्होंने मांग की कि इस बार पूर्व तैयारी के तहत बाढ़ संभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहले ही पहुंचाया जाय और पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारे की व्यवस्था की जाय. बैठक में बीडीओ प्रतीक कुमार, सीओ राकेश आनंद, डॉ संजय कुमार, मुखिया गुलशन कुमार, रविरंजन कुमार, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष ज्ञान गौरव कुमार, नरोत्तम कुमार, मृत्युंजय कुमार सहित बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि एवं मौजूद थे. ——————————————–
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