कच्ची दरगाह पहुंचे लालू यादव, तेजस्वी यादव के काम का जायजा लेने स्टीमर से किया राघोपुर का दौरा

पहले राबड़ी देवी और अब तेजस्वी यादव का विधानसभा क्षेत्र रहा राघोपुर के लोगों से मिलने रविवार को लालू प्रसाद यादव पहुंचे. इससे पहले राजद अध्यक्ष अपने बेटे और राज्य के पथनिर्माण मंत्री तेजस्वी यादव के काम का जायजा लेने पटना से सीधा कच्ची दरगाह पहुंचे.

By Ashish Jha | August 27, 2023 4:25 PM
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पटना. राजद सुप्रीमो लालू यादव अपने गांव के बाद अब उस इलाके का भ्रमण कर रहे हैं, जहां से वो या उनके पारिवारिक सदस्य चुनाव लड़ते रहे हैं. पहले राबड़ी देवी और अब तेजस्वी यादव का विधानसभा क्षेत्र रहा राघोपुर के लोगों से मिलने रविवार को लालू प्रसाद यादव पहुंचे. इससे पहले राजद अध्यक्ष अपने बेटे और राज्य के पथनिर्माण मंत्री तेजस्वी यादव के काम का जायजा लेने पटना से सीधा कच्ची दरगाह पहुंचे. वहां बन रहे छह लेन के पुल का निरीक्षण करने के बाद लालू यादव स्टीमर पर सवार होकर गंगा नदी के उस पार राघोपुर पहुंचे. लालू यादव ने वहां लोगों की समस्याएं सुनी और विकास कार्यों का देखा.

कच्ची दरगाह में लिया आशिर्वाद

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद बिहार में लगातार भ्रमणशील है. इसको लेकर विपक्षी पार्टियों में भी खलबली का माहौल बना हुआ है. इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव बिदुपुर से लेकर पटना कच्ची दरगाह के बीच बना रहे निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल का उन्होंने निरीक्षण किया है. इसी दौरान लालू ने कच्ची दरगाह में भी आशीर्वाद लिया. लालू प्रसाद यादव लंबे समय के बाद राघोपुर पहुंचे थे. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का स्टीमर से गंगा नदी में दौरा किया है. राजद सुप्रीमो ने निर्माण दिन सिक्स लेन पुल का 10 नंबर पाया के पास निरीक्षण किया. उसके बाद पुनः कच्ची दरगाह के लिए स्टीमर से ही रवाना हो गए हैं.

लालू यादवख् राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव लड़ चुके हैं यहां से चुनाव

बिहार की राजनीति में राघोपुर विधान सभा सीट हाई प्रोफाइल रही है. करीब डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से इस सीट पर लालू यादव और उनके परिवार का दबदबा रहा है. राघोपुर सीट से पहली बार 1995 में लालू यादव ने किस्मत आजमाया था. उनके लिए तत्कालीन सीटिंग विधायक उदय नारायण राय ने सीट छोड़ी थी. उसके बाद वहां से लालू यादव दो बार 1995 और 2000 में विधायक चुने गए. इसके बाद वे मुख्यमंत्री बने.

राबड़ी देवी हार गयी थी चुनाव

2010 में सतीश कुमार ने इस सीट से राबड़ी देवी को हरा कर पूरे देश के राजनीतिक पंडित को चौंका दिया था. वहीं, 2015 में जब लालू यादव और नीतीश कुमार का गठबंधन हुआ तब से राघोपुर सीट से लालू यादव के खाते में चली गयी. हालांकि उस चुनाव के बाद इस सीट से राबड़ी देवी ने चुनाव नहीं लड़ा. 2015 में इस सीट से लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने जीत दर्ज की और राजद ने एक बार फिर इस सीट पर कब्जा जमा लिया. तेजस्वी यादव चुनाव जीत कर दुसरी बार विधायक बने है जो बिहार के फ़िलहाल डिप्टी सीएम है.

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