“श्मशान की तरफ ले जा रहे थे दोनों”
लालू यादव ने किताब में आगे बताया, “मुझे पता ही नहीं चला कि कब काका गाना बंद करके घर चले गए. अचानक दो लड़कों ने मुझे जगाया और साथ चलने को कहा. मैं जगकर उनके पीछे चल पड़ा. वो श्मशान की तरफ जा रहे थे और मैं आंखें मलता हुआ उनके पीछे जा रहा था. कुछ देर बाद मैं लघुशंका के लिए रूक गया. दोनों लड़के भी मेरे पास खड़े हो गए. उसी समय गांव के एक बुजुर्ग तपेसर बाबा खैनी मलते हुए वहां से गुजर रहे थे. उन्होंने पूछा- कौन है रे? मैंने बोला- हम हैं ललुआ. उन्होंने पूछा- कहां जा रहे हो तुम? घर जाओ.”
“दोनों लड़के निकले भूत”
किताब के अनुसार, “लालू प्रसाद ने बताया कि जैसे ही तपेसर बाबा ने घर जाने को बोला. दोनों लड़के भाग गए. मैं घर लौट आया. अगले दिन जब मैं उन दोनों लड़कों से मिला तो उनका कहना था कि वो रात में अपने घर में सो रहे थे. मैं तपेसर बाबा से भी मिला तो उन्होंने बताया कि मैं तो अपने घर में सो रहा था. जब मैंने पूरा किस्सा अपनी मां को बताया तो उन्होंने बताया कि दोनों लड़के भूत थे और तपेसर बाबा के रूप में ब्रह्म बाबा थे.”
अचानक बिगड़ी लालू यादव की तबीयत
राजद सुप्रीमो लालू यादव की तबीयत बुधवार (3 मार्च 2025) को अचानक बिगड़ गयी. जिसके बाद उन्हें पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चला और थोड़ी स्थिति में सुधार आने के बाद उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया. लालू यादव को फिलहाल दिल्ली एम्स के CCU में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.
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