झंझारपुर में रामप्रीत-महासेठ की लड़ाई, दोनों को हाथी पर सवार होकर ‘ललकार’ रहे गुलाब यादव

जेपी नड्डा और तेजस्वी- सहनी की सभा के बाद झंझारपुर लोकसभा सीट पर चुनावी माहौल तेज हो चुका है, यहां दस उम्मीदवारों में तीन के नाम की सबसे अधिक चर्चा है

By Anand Shekhar | April 27, 2024 5:50 PM
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अनुज शर्मा, मुजफ्फरपुर

Lok Sabha Elections: मधुबनी से कटकर साल 1972 में गठित झंझारपुर लोकसभा सीट पर 2024 की लड़ाई 2019 से बिल्कुल अलग है. बीते 13 चुनाव में यहां से 11 बार पिछड़ा – अति पिछड़ा सांसद बने हैं. जदयू के सिटिंग एमपी रामप्रीत मंडल को हराने के लिए इंडी गठबंधन से वीआईपी के सुमन कुमार महासेठ उतरे हैं. दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों को एक बागी से चुनौती मिल रही है. विद्रोही उम्मीदवार कोई और नहीं, 2019 में राजद की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले गुलाब यादव हैं. वह हाथी (बसपा) पर बैठकर रामप्रीत मंडल और सुमन कुमार महासेठ दोनों को ‘ ललकार ‘ रहे हैं.

एनडीए और इंडी गठबंधन के उम्मीदवार गुलाब यादव को गंभीरता से नहीं ले रहे लेकिन झंझारपुर में चुनाव त्रिकोणीय संघर्ष में तब्दील हो जाए तो चौंकाने वाली बात नहीं होगी. झंझारपुर से विधायक रहे गुलाब यादव का परिवार राजनीति में है. पत्नी अंबिका गुलाब यादव एमएलसी हैं. वह मधुबनी जिला की लोकल बॉडीज से चुनी गई थीं. बेटी जिला परिषद के अध्यक्ष चुनाव जीत चुकी हैं.

2019 में झंझारपुर संसदीय क्षेत्र में रामप्रीत मंडल जीते ने 602391 वोट हासिल कर राजद प्रत्याशी गुलाब यादव को 322951 वोटों से हरा दिया था. झंझारपुर में अनुमान के आधार पर यहां दलित (एससी) वोटर 13.5% हैं. एसटी की संख्या 0.1% है. कुल वोटरों में  13.9% वोटर मुस्लिम माना जाता है. 20 फीसदी ब्राह्मण और इतनी की संख्या यादव वोटर की आंकी जाती है.

तेजस्वी के वादों पर नड्डा का पलटवार

वीआईपी उम्मीदवार को उम्मीद है कि एमवाई समीकरण को बसपा में जाने से रोकने की जिम्मेदारी राजद संभाल लेगा. रामप्रीत मंडल के समर्थक खुलकर कह रहे हैं कि नीतीश और मोदी लहर में एंटी इनकंबेंसी जैसी कोई बात ही नहीं है. एनडीए प्रत्याशी रामप्रीत मंडल के माहौल में वोटरों का रुख करने के लिए बुधवार को जेपी नड्डा सभा भी कर चुके हैं. नड्डा ने विरोधी उम्मीदवारों की पार्टियों पर हमला किया.

भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों का गठबंधन बताया. जातिवाद, तुष्टिकरण, अराजकता और विभाजन की आग में रखने का भी आरोप लगाया. दूसरी ओर, सुमन कुमार महासेठ की जीत के लिए राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और वीआईपी के वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी जेपी नड्डा से पहले सभा कर चुके थे. तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद पर आकर अटकने का आरोप लगाया. जनता की तरक्की, रोजगार और युवाओं को नौकरी का वादा किया. मुकेश सहनी ने इस चुनाव को आजादी की संज्ञा देकर वोटरों को लुभाने की कोशिश की थी.

चुनाव मैदान में दिखेगी 10 की दम

झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में किसी ने नाम वापस नहीं लिया है. कुल 10 प्रत्याशी यहां चुनाव मैदान में हैं. इसमें चार उम्मीदवार निर्दलीय हैं. जदयू से रामप्रीत मंडल, वीआइपी से सुमन कुमार महासेठ, बसपा गुलाब यादव प्रमुख हैं. आदर्श मिथिला पार्टी से बबलू कुमार , सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर आफ इंडिया (कम्युनिस्ट) से विजय कुमार मंडल, और वाजिब अधिकार पार्टी से विद्यानंद राम लड़ रहे हैं. गंगा प्रसाद यादव, गौरी शंकर साहू, राजीव कुमार झा और राम प्रसाद राउत निर्दलीय प्रत्याशी हैं.

  • कुल वोटर : 1986590
  • पुरुष – 1036753
  • महिला – 949749
  • थर्ड जेंडर – 88
  • (स्रोत : भारत निर्वाचन आयोग , 1 जनवरी 2024 )

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