क्रीड़ा व सांस्कृतिक परिषद की वार्षिक बैठक कुलपति प्रो बीएस झा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई. बैठक में सत्र 2025-26 के खेल व सांस्कृतिक कैलेंडर को स्वीकृति दी गयी. क्रीड़ा व सांस्कृतिक परिषद् के निदेशक डॉ मो अबुल फजल ने पिछले साल का प्रतिवेदन और इस साल की कार्यसूची पेश की.
क्रीड़ा व सांस्कृतिक परिषद् के उप निदेशक डॉ जैनेंद्र कुमार ने बताया कि कुलपति प्रो बीएस झा ने पिछले सत्र में खिलाड़ियों व कलाकारों के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए खिलाड़ियों व कलाकारों का दैनिक भत्ता को दो गुना करने के प्रस्ताव पर मुहर लगायी. कुलपति ने कहा कि महंगाई व खिलाड़ियों की सुविधा के मद्देनजर बढ़ोत्तरी की जा रही है. पहले प्रदेश के अंदर अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों व कलाकारों को दो सौ रुपया दिया जाता था. इसको बढ़ाकर चार सौ रुपया किया गया है, जबकि ईस्ट जोन अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता के लिए 350 रुपया के बदले पांच सौ रुपया दिया जायेगा.
29 जुलाई 2025 से इंटर कॉलेज खेल-कूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिता शुरू हो रही है. इसमें 15 खेल और चार सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन होगा. इंटर कॉलेज प्रतियोगिता का समापन 23 दिसंबर 2025 को होगा. उत्तरी परिसर (शैक्षणिक परिसर) के जुबली खेल मैदान के पूर्वी और उत्तरी भाग की घेराबंदी के लिए प्रस्ताव को सहमति दी. पूर्वी भाग के नाला की भराई करके मैदान को व्यवस्थित बनाया जायेगा. घेराबंदी के बाद दीवार का प्लास्टर करके उसे मजबूती दी जायेगी. जल्द ही इस प्रस्ताव को भवन समिति में रखा जायेगा.
कुलपति ने कहा कि जिस कॉलेज में पीटीआइ का सृजित पद होगा उसमें कॉन्ट्रैक्ट या आउटसोर्सिंग से पीटीआइ को रखा जा सकता है. उन्होंने क्रीड़ा व सांस्कृतिक परिषद को इस आशय का पत्र प्रत्येक महाविद्यालय के प्राचार्य को देने को कहा. प्रत्येक महाविद्यालय प्रस्ताव भेजकर विश्वविद्यालय की अनुमति से पीटीआइ रख सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है