मुरलीगंज .
स्थानीय व्यवसायी दिनेश मिश्रा उर्फ बाबा ने बताया कि उनकी मिल में 50 से 60 मजदूर काम करते हैं. प्रतिमाह दो से तीन लाख रुपये बिजली बिल चुकाने के बावजूद, बिजली कटौती की वजह से मजदूरों को बिना काम के बैठाकर मजदूरी देनी पड़ रही है. इससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.
विद्युत कार्यालय के सहायक अभियंता तारानंद यादव ने बताया कि अधिक लोड के कारण कई बार तार जल जाता है. मरम्मत में समय लगता है, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है.
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