कुमारखंड .
इस दौरान विद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. स्थानीय राज कुमार, भूषण यादव, रमण चौधरी समेत ग्रामीण पहुंच कर बच्चों को शेड के नीचे दबे बच्चों को बाहर निकाला. इस दौरान वर्ग एक के प्रिंस कुमार के दायें कांधे में कील गड़ गया, तो वहीं हिमांशु कुमार, दिव्यांशु कुमार, रीता कुमार, अमृतराज, कृति कुमार को चोटें लगी. परिजनों ने प्रिंस कुमार को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारखंड में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गयी. ग्रामीणों ने घटना की जानकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किशोर भाष्कर समेत डायल 112 के पुलिस पदाधिकारी को दे दी. सूचना मिलते ही डायल 112 के पुलिस पदाधिकारी व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. बीईओ ने विद्यालय के शिक्षक पारस कुमार, राजीव कुमार, सुशील कुमार यादव, मो रिजवान, पूजा कुमारी, प्रणव कुमार आदि से पूछताछ कर वितरित जानकारी ली. इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक रमेश कुमार भूषण ने दूरभाष पर बताया कि मैं आज छुट्टी में हूं. अन्य दिनों के भांति विद्यालय का संचालन वरीय शिक्षक पारस कुमार कर रहे थे. उन्होंने बताया कि विद्यालय में वर्ग एक से आठ तक 314 बच्चे नामांकित हैं. वर्ग कक्ष के लिए सिर्फ दो कमरे हैं. इसमें से एक कमरे में विद्यालय के आवश्यक कागजात एवं दूसरे कमरे में सामान आदि रखा हुआ है. बताया गया कि कार्यालय के लिए एक कमरे का निर्माण हो रहा है. विद्यालय में भवन की कमी को देखते हुए विद्यालय शिक्षा समिति के अनुमति से दो वर्षों पूर्व वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बांस बल्ली पर चदरे का शेड निर्माण कराकर बच्चों की पढ़ाई का काम किया जा रहा था.
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