जिला व्यवहार न्यायालय में बुधवार को अभिलेखों के स्कैनिंग व डिजिटलीकरण कार्य की शुरुआत हो गयी. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दीवानी मामले से संबधित पुराना केस 1955 ई. में दायर हकियत वाद फाइल को स्कैन कर डिजिटलीकरण कर इसकी शुरूआत की. इससे पहले सभी न्यायिक पदाधिकारियों के उपस्थिती में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी ने स्कैनिंग सह डिजिलाईजेशन केंद्र का फीता काट कर उद्घाटन किया. इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिहार में 6 जिलों को चयनित किया गया है. जिसमें मधुबनी व्यवहार न्यायालय भी शामिल है. इसके अलावा पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर व पूर्णिया जिला को चयनित किया गया है. इसमें निष्पादित व लंबित अभिलेखों का डिजिटलीकरण होने से न्यायिक प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुव्यवस्थित और सुगम बनाएगा.इससे केस ट्रैकिंग और अन्य जानकारी की उपलब्धता में आसानी होगी. इससे ना केवल अभिलेखों का सुरक्षा हो सकेगा, बल्कि न्यायिक कार्य प्रणाली को आधुनिक तकनीक से जोड़ने का कार्य भी करेगी.
चरणबद्ध तरीके से होगा अभिलेख का डिजिटलीकरण
डिजिटलीकरण के कार्य करवा रहे डाटास्फौट कंप्यूटर सर्विस लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर राजीव शर्मा ने बताया कि अभिलेख का डिजिटलीकरण कार्य को चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. जिसमें पुराने से पुराने निष्पादित व लंबित अभिलेख को स्कैन कर डिजिटल फॉर्म में संरक्षित किया जाएगा. इससे आने वाले समय में न्यायालय पेपरलेश होने व रेफरेंस मामलों में तेजी से सूचनाएं प्राप्त होंगी. इसके लिए स्क्रिनिंग नोडल ऑफिसर डीएएसजे प्रथम सैयद मो. फजलुल बाड़ी को बनाया गया है. वही यह कार्य ई कोर्ट नोडल ऑफिसर नरेश कुमार व सिस्टम ऑफिसर विमलेश कुमार के देख रेख में अभिलेख का डिजिटलाइजेशन किया जायेगा. इस दौरान मौके पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय जयकिशोर दूबे, जिला अवर सत्र न्यायाधीश प्रथम सैयद मो. फजलुल बाड़ी, डीजेएसजे तृतीय ललन कुमार, डीजेएसजे चतुर्थ रश्मि प्रसाद, डीजेएसजे पंचम सुभाष कुमार राय, डीजेएसजे छ्ह सह विशेष न्यायाधीश पॉक्सो निशांत कुमार प्रियदर्शी, डिजेएसजे सात सह विशेष न्यायाधीश पॉक्सो नीरज कुमार त्यागी,डीजेएसजे आठ सह विशेष न्यायाधीश उत्पाद गोरख नाथ दूबे, प्राधिकार सचिव संदीप चैतन्य, सीजेएम प्रमोद कुमार महथा, एसीजेएम प्रथम तेज कुमार प्रसाद, एसडीजेएम सचिन कुमार, मजिस्ट्रेट दिवेश कुमार झा, नरेश कुमार, मुंसिफ प्रतीक रंजन चौरसिया, न्यायालय प्रबंधक सरफराज आलम, सत्यम प्रियदर्शी, नाजीर दुर्गा नंद झा,सिस्टम ऑफिसर विमलेश कुमार, सहित कई उपस्थित थे.
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