बेनीपट्टी. प्रखंड के कटैया रोड स्थित विवाह भवन परिसर में शनिवार को भाजपा नेता सह बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय झा का भव्य स्वागत किया गया. स्थानीय लोगों के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में अध्यक्ष सीतामढ़ी जिले के पुपरी से बसैठ होते हुए बेनीपट्टी पहुंचे थे. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के द्वारा श्री झा को मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग दोपट्टा व माल्यार्पण से सम्मानित किया गया. इस दौरान अध्यक्ष श्री झा ने कहा कि संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेवारी मिलने पर बोर्ड की स्थिति सुधारने की कवायद तेज कर दी गयी है. संस्कृत हमारी प्राचीनतम भाषाओं में से एक है और जल्द ही संस्कृत शिक्षा के दिन भी बहुरेंगे. उन्होंने बताया कि बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड पटना को आधुनिक व प्रभावशाली बनाने के लिये कई कदम उठाये जाने प्रस्तावित है. जिनमें संस्कृत के छात्रों को प्रमाणपत्र वैरिफिकेशन के लिये बोर्ड का चक्कर लगाने से छुटकारा दिलाने, विगत दस वर्षों के प्रमाणपत्रों का विवरण पोर्टल पर अपलोड कराना, पोर्टल के माध्यम से संस्कृत के छात्रों को घर बैठे अपना प्रमाणपत्र प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध कराना, संस्कृत विद्यालयों में अध्ययन व अध्यापन को सुदृढ करना, प्रमंडलीय जांच टीम द्वारा संस्कृत विद्यालयों का औचक स्थल निरीक्षण, निरीक्षण में शामिल टीम के द्वारा शिक्षण में बाधाओं को दूर करने का टिप्स संस्था प्रधान को दिलवाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर संस्कृत बोर्ड के पाठ्यक्रम को अपडेट करना आदि शामिल है. उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावे बोर्ड की सभी प्रक्रियाओं यथा नामांकन, परीक्षा, परिणाम व प्रमाण पत्र वितरण आदि को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाकर पूर्णतया डिजिटलाइजेशन करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. छात्रों व शिक्षकों के लिये डिजिटल पोर्टल की स्थापना की जा रही है. जिससे बोर्ड की सभी सूचनायें प्राप्त की जा सकेगी. पारंपरिक संस्कृत विषय के साथ-साथ आधुनिक विषय जैसे कम्प्यूटर, पर्यावरण अध्धयन, जीवन कौशल, व्यावसायिक शिक्षा व नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम समिति की बैठक शीघ्र आहूत कर जोड़ने का काम किया जायेगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति व एनसीइआरटी के दिशा निर्देशों के अनुरुप पाठ्यक्रम तैयार करने को निर्देशित किया गया है और सभी संस्कृत शिक्षकों को नई शिक्षण तकनीकों, स्मार्ट क्लास रूम उपयोग और इ लर्निंग संसाधनों का प्रशिक्षण डायट के माध्यम से दिलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि नियमित कार्यशालाओं और सेमिनारों का आयोजन कर अध्यापकों को नूतन शिक्षण पद्धति से अवगत कराया जायेगा. साथ ही यह भी कहा कि मेघावी छात्रों के लिये छात्रवृति योजना व चिन्हित मोडल विद्यालयों में स्मार्ट क्लास रूम, प्रोजेक्टर और इंटरनेट सुविधा प्रदान करने की दिशा में सरकार के समक्ष प्रस्ताव भेजा जायेगा. मौके पर भवानंद झा, अमर नाथ झा, डॉ रोहित झा, कमल झा, शत्रुघ्न ठाकुर, महादेव मिश्रा, अमरेश चौधरी, मिथिलेश झा, कार्तिक झा, डॉ. गिरीशचंद्र झा, डॉ. शोभा कुमारी, आनंद झा, आशा ठाकुर व अमरेंद्र ठाकुर समेत मौजूद थे.
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