Makar Sankranti 2022: आस्था के आगे कोरोना संक्रमण का डर खत्म, श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर किया दान पुण्य
बिहार में इस समय बहुत तेजी से कोरोना वायरस फैल रहा है. प्रतिदिन प्रदेश में बड़ी संख्या नये संक्रमित पाये जा रहे है. इसके बाद भी आस्था के आगे कोरोना महामारी को भूलकर लोग गंगा में एक साथ डूबकियां लगा रहे है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2022 1:45 PM
Makar Sankranti 2022: बिहार-झारखंड के कुछ जिलों में आज मकर संक्रांति मनायी जा रही है. वहीं, कुछ लोग कल शनिवार को मनाएंगे. मकर संक्रांति के अवसर पर सैंकड़ों लोगों ने कोरोना संक्रमण के खतरे से बिना डरे गंगा में स्नान किया. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कोरोना प्रोटोकॉल को अनदेखा करने हुए गंगा में आस्था की डुबकी लगायी. गंगा स्नान करने के बाद उत्तरायण सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया, इसके बाद श्रद्धालुओं ने गरीबों के बीच अन्न, वस्त्र समेत अन्य चीजों का दान किया.
पाबंदियों के बावजूद गंगा घाट पर पहुंचे लोग
बिहार में इस समय बहुत तेजी से कोरोना वायरस फैल रहा है. प्रतिदिन प्रदेश में बड़ी संख्या नये संक्रमित पाये जा रहे है. इसके बाद भी आस्था के आगे कोरोना महामारी को भूलकर लोग गंगा में एक साथ डूबकियां लगा रहे है. इस लापरवाही से कोरोना संक्रमण और तेजी से फैलने का खतरा है.
तमाम प्रशासनिक कोशिशों के बावजूद शुक्रवार को गांगा घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब दिखा. कोरोना गाइडलाइन के बावजूद न तो घाटों पर सुरक्षा बल तैनात दिखा, ना ही मजिस्ट्रेट मौजूद थे. बक्सर जिले के रामरेखा घाट के मुख्य गेट को सील कर दिया गया है. इसके बाद भी अगल बगल से लोग घाटों पर पहुंच कर स्नान रहे हैं.
इस दिन सूर्य शनि की राशि मकर में प्रवेश करते है और इस राशि में एक माह तक विराजमान रहते हैं, लेकिन इस बार 14 जनवरी की रात को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसलिए मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा.
हालांकि सूर्य-शनि की युति का प्रभाव जरूर पड़ेगा. माना जाता है कि सूर्य-शनि युति के दौरान सूर्य शनि के प्रति अपने क्रोध को भूल जाते हैं. यह जीवन में रिश्तों के महत्व को दर्शाता है.