मनीष कश्यप को कल पटना के एसीजेएम कोर्ट में किया जाएगा पेश, बेतिया में कोर्ट ने 2 केस में लिया रिमांड

मनीष कश्यप को मंगलवार को आर्थिक अपराध के मामलों में एसीजेएम प्रथम पटना के न्यायालय में उपस्थित होना है. इसीलिए सीजेएम विमल इंदु कुमार ने सरकार के तरफ से दिए गए इस आवेदन को स्वीकृत करते हुए मनीष कश्यप को पटना भेजने का आदेश दिया.

By Anand Shekhar | August 7, 2023 8:31 PM
an image

तमिलनाडु के मदुरै जेल में बंद रहे बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बेतिया लाया गया. यहां मनीष को दो अलग-अलग मामले में दो न्यायालयों में पेश किया गया. इस दौरान स्टेशन से लेकर कोर्ट तक भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये गये थे. बता दें कि मनीष पर प्रवासी मजदूरों के बारे में भ्रामक सूचना प्रसारित करने सहित कई अन्य मामलों में केस चल रहा है.

मारपीट व रंगदारी मामले में कोर्ट में किए गए हाजिर

मनीष कश्यप को जिन मामलों में कोर्ट में पेश किया गया, उसमें से पहला मामला मझौलिया थाना के पारस पकड़ी में बैंक प्रबंधक से मारपीट व रंगदारी से संबंधित है. यह मामला सीजेएम के न्यायालय में लंबित है, जहां सर्वप्रथम मनीष कश्यप को सीजेएम कोर्ट में उपस्थित कराया गया. न्यायालय ने उन्हें इस मामले में रिमांड किया.

मनीष कश्यप को पटना भेजने का आदेश

इसी दौरान जिला अभियोजन पदाधिकारी उमेश कुमार विश्वास ने न्यायालय में एक आवेदन दिया कि मनीष कश्यप को मंगलवार को आर्थिक अपराध के मामलों में एसीजेएम प्रथम पटना के न्यायालय में उपस्थित होना है. इसलिए उन्हें पटना कोर्ट में उपस्थित कराने के लिए भेज दिया जाए. सीजेएम विमल इंदु कुमार ने सरकार के तरफ से दिए गए इस आवेदन को स्वीकृत करते हुए मनीष कश्यप को पटना भेजने का आदेश दिया. कोर्ट ने यह आदेश इस शर्त के साथ दिया कि अगर मामले में आरोपी की उपस्थिति की जरूरत होगी तो उन्हें प्रस्तुत किया जाएगा.

मनीष को पुलिस लेकर गई पटना

उसके बाद मनीष कश्यप को दूसरे मामले में न्यायिक दंडाधिकारी मंजूर आलम के न्यायालय में उपस्थित कराया गया. यह मामला चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह ने मनीष कश्यप के विरुद्ध दर्ज कराया था. इस मामले में भी न्यायिक दंडाधिकारी ने मनीष कश्यप को रिमांड किया. उसके बाद पुलिस उसको लेकर पटना के लिए प्रस्थान कर गई.

क्या है आरोप

मनीष कश्यप के वकील ने बताया कि इस मामले में कुल आठ अभियुक्त बनाए गए हैं. इस मामले में आरोप है कि चनपटिया विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी उमाकांत सिंह 2 नवंबर 2020 को अपने किसी काम को निपटा के लोहियरिया से पारस पकड़ी रूट से होते हुए जा रहे थे. इस दौरान जब वो चनायन बांध के पास पहुंचे तो आरोपित मनीष कश्यप ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उन्हें घेर लिया. साथ ही बंदूक दिखा कर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगी एवं जान से मारने की धमकी देते हुए उनका मोबाइल भी छिन लिया.

मनीष की पेशी को लेकर थे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

यूट्यूबर मनीष कश्यप के कोर्ट में पेशी को लेकर सोमवार को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए. समाहरणालय चौक से लेकर एसपी कार्यालय के गेट और कोर्ट कैंपस तक बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी. सुबह करीब नौ बजे मनीष कश्यप पुलिस अभिरक्षा में ट्रेन से बेतिया रेलवे स्टेशन पहुंच पहुंचा. इसके कुछ घंटे बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया.

Also Read: मनीष कश्यप को जज ने फिलहाल तमिलनाडु भेजने से रोका, जानिए बेतिया से अब पटना भेजने की क्यों है तैयारी..

मनीष के समर्थन में युवाओं ने लगाए नारे

न्यायालय परिसर में मनीष कश्यप के समर्थकों की भीड़ लगी रही. मनीष की एक झलक देखने के लिए युवा बेताब दिखे. समाहरणालय से लेकर न्यायालय के गेट तक मनीष कश्यप के समर्थकों का हुजूम लगा रहा. जिस कारण सड़क पर जाम लग गया. उत्साही युवक उसके समर्थन में नारे लगा रहे थे. करीब साढ़े ग्यारह बजे कोर्ट परिसर में मनीष कश्यप के गाड़ी से उतरते ही उसके समर्थक मनीष कश्यप जिंदाबाद के नारे लगाने लगे.

Also Read: PHOTOS: मनीष कश्यप की 130 दिनों के बाद बिहार वापसी, स्टेशन से लेकर कोर्ट परिसर तक दिखी भीड़

पुलिस को करनी पड़ी काफी मशक्कत

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. लोगों को हटाने के लिए पुलिस को एक बार हल्का बल प्रयोग करने की भी नौबत आ गई. मनीष के ले जाने के दौरान पुलिस वाहनों के काफिला के आगे एक युवक सड़क पर लेट गया. बाद में पुलिस जवानों ने उसे सड़क से हटाया. तब काफिला आगे बढ़ सका.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version