माहे रमजान को लेकर गुलजार हुआ पटना का बाजार, देर रात तक इफ्तारी के सामान खरीदने में जुटे रोजेदार

मार्केट में फर्द, खनेजी, कीमिया, बंचेज सहित कई प्रकार की खजूर बेची जा रही है. बाजार में खजूर 200 रुपये से शुरू होकर 2500 रुपये किलो तक में उपलब्ध है. अमूमन बाजारों में कई प्रकार के खजूर हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मांग सऊदी अरब की अजवा खजूर की होती है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 24, 2023 3:55 AM
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पटना. मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान का आगाज शुक्रवार से हो जायेगा. माहे रमजान का ऐलान होने के साथ ही बाजारों में रोजे की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. गुरुवार को शाम होते ही सब्जीबाग, न्यू मार्केट, शाहगंज, फुलवारी शरीफ, अनिसाबाद, सुल्तानगंज, आलमगंज आदि इलाके के बाजार की रौनक बढ़ गयी और यह नजारा देर रात तक चलता रहा. हर ओर रोजेदार इफ्तारी के समान खरीदने में जुटे दिखाई दिये. बाजारों में सऊदी से लेकर इरान और इराक तक के खजूर मौजूद हैं. इफ्तारी को लेकर लोग खीरा, ककड़ी, तरबूज, अंगूर, नीबू, केला, सेब के साथ अन्य सामानों की खरीदारी कर रहे हैं.

कई तरह के खजूर, सबसे अधिक सऊदी की मांग

मार्केट में फर्द, खनेजी, कीमिया, बंचेज सहित कई प्रकार की खजूर बेची जा रही है. बाजार में खजूर 200 रुपये से शुरू होकर 2500 रुपये किलो तक में उपलब्ध है. अमूमन बाजारों में कई प्रकार के खजूर हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मांग सऊदी अरब की अजवा खजूर की होती है. मोहम्मद सैफ असरफी ने बताया कि अजवा के बारे में लोगों का ऐसा अकिदा है कि हजरत मोहम्मद साहब ने खजूर के कुछ पेड़ लगाये थे, उन्हीं पेड़ों के खजूरों को अजवा कहा जाता है. अजवा खजूर 1200 रुपये से लेकर 2500 रुपये किलो है. पिछले साल के मुकाबले इस बार खजूर की कीमतों में 20 से 50 रुपये का इजाफा हुआ है. न्यू मार्केट में खजूर बेचने वाले दुकानदार मोहम्मद असलम ने बताया कि भारत में खजूर ज्यादातार इरान, इराक से आते हैं.

पटना व गया की बकरखानी की मांग अधिक

बाजार में कई वैराइटी में रोटी और बकरखानी उपलब्ध हैं. इनमें पटना और गया की बकरखानी की मांग सबसे अधिक है. बाजार में कई प्रकार की सेवई उपलब्ध हैं. बाजारों में रिफाइंड वाली, डालडा वाली, घी वाली सेवई तो लच्छे वाली सेवई मौजूद हैं. बाजार में 20 रुपये से 400 रुपये मूल्य तक की टोपियां उपलब्ध हैं. कारोबारियों की मानें तो पटना की मंडियों में लखनऊ, दिल्ली, हैदराबाद, रामपुर समेत कई स्थलों से टोपी बिक्री के लिए आती हैं. साथ ही बांग्लादेश की टोपी भी यहां खूब बिक रही है. खुदा की इबादत में कोई कोर-कसर न रह जाये, इसके लिए धार्मिक किताबों, जानमाज और तस्वीह भी ली जा रही है.

20 रुपये तक बढ़ी कीमत

कदमकुआं के फल विक्रेता विकास ने बताया कि इस बार राहत की बात यह है कि सेब को छोड़कर अन्य फलों की कीमत में कोई इजाफा नहीं हुआ. पिछले दो दिनों में सेब की कीमत 20 रुपये किलो तक बढ़ी है. फल के थोक विक्रेता मोहम्मद हसनैन ने बताया कि रमजान को लेकर फलों की कीमत में इजाफा नहीं देखा जा रहा है. इस वक्त तारबूज-खरबूजा ओड़िशा, केला आंध्र प्रदेश,अंगूर महाराष्ट्र, अनार महाराष्ट्र, संतरा नागपुर से और सेब हिमाचल और कश्मीर के हैं.

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एक नजर में कीमत

  • खजूर : 200 से 2500 प्रति किलो

  • रोटी : 15 से 60 प्रति पीस

  • बकरखानी : 15 से 250 रुपये प्रति पीस

  • लच्छा : 200 से 400 रुपये किलो

  • सवेई : 150 से 500 रुपये किलो

  • पपीता : 30 -40 रुपये किलो

  • तरबूज : 25 से 30 रुपये किलो

  • लालमी : 50 से 60 रुपये किलो

  • बेल : 50 से 80 रुपये जोड़ा

  • सेब : 160 से 200 रुपये किलो

  • नारंगी : 60 से 80 रुपये किलो

  • अंगूर : 60 से 80 रुपये किलो

  • केला : 25-40 रुपये दर्जन

  • खीरा : 25 से 30 रुपये किलो

  • मिसवाक (दातुन ) : 10 से 30 रुपये प्रति पीस

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