Online Gaming: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो हर माता-पिता को सोचने पर मजबूर कर देगी. शेखपुर ढाब मोहल्ले में एक मध्यमवर्गीय परिवार की अलमारी से 10 लाख रुपये से अधिक के सोने-चांदी के गहने रहस्यमय ढंग से गायब हो गए. शुरुआत में सभी को लगा कि कोई चोर घर में घुस आया है. परिवार ने तुरंत CCTV फुटेज खंगाली, लेकिन उसमें कोई बाहरी गतिविधि नजर नहीं आई. शक का दायरा घर के भीतर सिमटने लगा.
CCTV नहीं बता सका, लेकिन पिता का फोन बना सच्चाई का आइना
परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ हुई, लेकिन कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था. जब मां ने अपने 12वीं में पढ़ने वाले बेटे से पूछा, तो उसने भी अनजान बनने की कोशिश की. लेकिन जैसे ही पिता ने अहियापुर थाना पुलिस को फोन लगाने के लिए मोबाइल निकाला, लड़के की आंखें भर आईं. वह चुपचाप अपने कमरे से स्कूल बैग लाया और मां के सामने रख दिया. बैग के अंदर से निकले वही सारे गहने, जो अलमारी से गायब थे. यह देखकर परिवार सन्न रह गया.
गेमिंग की लत से बर्बाद हो रही ज़िंदगी, पहले भी उड़ाए थे तीन लाख
लड़के ने कबूल किया कि वह लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग की लत का शिकार है. पहले भी वह अपने पिता के अकाउंट से 3 लाख रुपये गेमिंग में हार चुका है. हार की भरपाई के लिए उसने अब मां के आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया. परिजनों के अनुसार, वह कई बार चुपचाप मोबाइल पर देर रात तक एक्टिव रहता था और अचानक गुस्सा करने लगा था. ये संकेत अब उन्हें समझ आ रहे हैं.
बेटे की गलती के बावजूद, मां-पिता ने पुलिस में केस दर्ज नहीं कराया. उन्होंने उसे सजा देने के बजाय मनोचिकित्सक से इलाज कराने का निर्णय लिया है. बुधवार को ही लड़के को एक विशेषज्ञ डॉक्टर के पास ले जाया गया.
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