डीएवी स्कूल के पास से हुए लापता
मुजफ्फरपुर के आईजी कॉलोनी निवासी सोनू कुमार, जो मूल रूप से पूर्वी चंपारण के केसरिया थाना के मठिया गांव के रहने वाले हैं, 9 मई 2025 की सुबह साढ़े सात बजे खबड़ा डीएवी स्कूल के पास से लापता हो गए. सोनू अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आईजी कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे और किताबों का व्यवसाय करते थे. उनके भाई रत्नेश कुमार ने बताया कि अपहर्ताओं ने सोनू के अपहरण की जिम्मेदारी लेते हुए 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी है. रत्नेश के अनुसार, माधोपुर सुस्ता गांव के दो व्यक्तियों ने मिलकर सोनू का अपहरण किया.
रोने-पीटने की आ रही थी आवाज
रत्नेश ने पुलिस को बताया कि अपहर्ताओं ने पहले सोनू के मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप कॉल की और बाद में एक अपहर्ता ने अपने नंबर से कॉल कर फिरौती की मांग दोहराई. 12 मई, 2025 को दोपहर 2 बजे आई आखिरी कॉल में अपहर्ताओं ने धमकी दी कि अगर रुपये नहीं मिले, तो सोनू की हत्या कर दी जाएगी. रत्नेश ने पुलिस को बताया कि 9 मई को सोनू के लापता होने के बाद परिवार को पहले लगा कि कोई मजाक कर रहा है, लेकिन जब देर रात तक सोनू नहीं लौटे और उनका मोबाइल बंद हो गया, तो बेचैनी बढ़ गई. फिरौती की कॉल शुरू होने और सोमवार को हत्या की धमकी मिलने के बाद परिवार में रोना-पीटना मच गया. परिवार को आशंका है कि सोनू को अपहर्ताओं ने किसी ईंट-भट्ठे पर बंधक बनाकर रखा हो.
पुलिस लोकेशन की तलाश में
सदर थानाध्यक्ष अस्मित कुमार ने बताया कि रत्नेश ने अपहरण की एफआईआर के लिए आवेदन दिया है, जिसमें दो लोगों को नामजद किया गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सोनू का नामजद आरोपियों के साथ लेन-देन का विवाद था, जो अपहरण का कारण हो सकता है. पुलिस कदम उठा रही है. अपहर्ताओं के कॉल की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है. खबड़ा डीएवी स्कूल और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. नामजद आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. थानाध्यक्ष ने कहा कि पुलिस जल्द ही सोनू को सुरक्षित बरामद करने और अपहर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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