तकनीकी कौशल दिखाने का मिलेगा मौका
सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए यह एक सुनहरा अवसर भी है, जहां वे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग कर शहर की स्वच्छता में योगदान कर सकते हैं. निगम ने छात्रों से ऐसे डिजाइन बनाने का अनुरोध किया है, जो टिकाऊ, कम लागत वाले और चोरी-रोधी हों. जहां स्मार्ट सिटी ड्रेनेज लाइन उपलब्ध है, वहां नये यूरिनल को उससे जोड़ा जायेगा. इससे ड्रेनेज सिस्टम बेहतर होगा और स्वच्छता में सुधार होगा.
जल संरक्षण पर विशेष ध्यान
नगर निगम जल संरक्षण के लिए विशेष रूप से चिंतित है. इसलिए, उसने छात्रों से पानी रहित यूरिनल डिजाइन करने का अनुरोध किया है. इसके अलावा, जिन स्थानों पर ड्रेनेज की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां सोख्ता गड्ढा बनाने की व्यवस्था भी की जानी है.
नागरिकों को मिलेगी बेहतर सुविधा
नगर निगम का मानना है कि एमआईटी के छात्रों के सहयोग से बनाये गये उन्नत शौचालय शहर के नागरिकों को बेहतर सुविधा प्रदान करेंगे. यह परियोजना मुजफ्फरपुर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कारण कि अभी शहर में यूरिनल की घोर कमी है.
आधुनिक सुविधाओं पर जोर
किफायती और टिकाऊ: छात्रों से ऐसे डिजाइन बनाने का अनुरोध किया गया है जो टिकाऊ, कम लागत वाले और चोरी-रोधी हों.
जल संरक्षण: पानी की बचत को ध्यान में रखते हुए पानी रहित यूरिनल डिजाइन करने का आग्रह किया गया है.
स्मार्ट सिटी से जुड़ाव: जहां स्मार्ट सिटी ड्रेनेज लाइन उपलब्ध है, वहां नए यूरिनल को उससे जोड़ा जाएगा, जिससे ड्रेनेज सिस्टम बेहतर होगा.
सोख्ता गड्ढा: जिन स्थानों पर ड्रेनेज की सुविधा नहीं है, वहां सोख्ता गड्ढा बनाने की व्यवस्था भी की जायेगी.
एमआईटी के छात्रों का होगा कौशल विकास
नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने बताया कि छात्रों के ज्ञान और कौशल से शहर के नागरिकों को सर्वोत्तम सुविधा प्रदान की जा सकेगी. मेरा यह मानना है कि एमआईटी के छात्रों के सहयोग से बनाये गये आधुनिक शौचालय शहर के नागरिकों को बेहतर सुविधा प्रदान करेंगे. इसी उद्देश्य से एमआईटी के प्राचार्य को पत्र लिखकर डिजाइन बनाने में छात्रों को लगाने को कहा गया है.
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