—- बीते गुरुवार को करीब दस घंटे टीम ने की पूछताछ, लाइन मेंटेनेंस में हेराफेरी कर राजस्व को चुना लगाने का मामला
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
रेलवे के नारायणपुर अनंत और गड़हरा वैगन डिपो में गुरुवार की सुबह एक साथ सीबीआइ की छापेमारी से हड़कंप मच गयी. लाइन मेंटेनेंस के कार्य में हेराफेरी व करोड़ों के रेल राजस्व के चूना लगाने की शिकायत पर सीबीआइ की टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर एक साथ दबिश दी. दोपहर के करीब 11 बजे टीम नारायणपुर पहुंची. टीम में एक दर्जन अधिकारी व स्टाफ थे, वहीं रेलवे विजिलेंस की टीम भी साथ में थी. छापेमारी के दौरान सीबीआइ अधिकारियों ने सख्त गोपनीयता बरती और किसी भी रेलकर्मी को बाहर जाने या मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी गयी. करीब दस घंटे तक चली पूछताछ के दौरान वहां हाेने वाले कार्य और पेमेंट को लेकर बात की गयी. रजिस्टर खंगाला गया. उसके बाद कई रिकॉर्ड से जुड़े रजिस्टर को जब्त कर सीबीआइ अपने साथ ले गयी. वहीं रेलवे के कुछ सीनियर अधिकारियों के अनुसार फिलहाल किसी रेल कर्मी की गिरफ्तारी से इनकार किया गया है. इस कार्रवाई से पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न मंडलों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच दहशत का माहौल है. हाल के दिनों में रेलवे में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद सीबीआई की यह कार्रवाई काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. जानकारी के अनुसार डिपो इंचार्ज सीबी सिंह दो दिनों पहले ही कार्य भार संभाले है. इसके पहले वहां के इंचार्ज के रूप में लंबे समय से अजय सहनी कार्य देख रहे थे. उनको छुट्टी में रहने के कारण वे सीबीआइ की पूछताछ से वंचित हो गए. लेकिन सीबीआइ उनको भी नोटिस देखकर बुलाएगी और पूछताछ करेगी.
—– मिली भगत से राजस्व को चुना लगाने का मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक कंपनी को नारायणपुर और गड़हरा वैगन डिपो के साथ लाइन मेंटेनेंस, वेल्डिंग का काम मिला हुआ है. कम लागत को अधिक दिखाकर ठेकेदार के साथ रेल अधिकारियों की मिली भगत कर करोड़ों रुपये रेल राजस्व का चुना लगाने की बात सामने आयी है. दूसरी ओर छापेमारी की जानकारी मिलने के बाद मुजफ्फरपुर जंक्शन से लेकर कोचिंग डिपो के अधिकारियों के बीच हड़कंप मची रही.
—– डेहरीआनसोन में स्क्रैप चोरी का मामला
रेलवे में लोहा और स्क्रैप चोरी का बड़ा मामला उजागर होने के बाद सीबीआइ द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान पिछले दिनों डेहरीआनसोन के इंजीनियर को सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहां से लोहा जब्त किया गया है. इसमें आरपीएफ की भारी लापरवाही उजागर हुई है. डेहरी, हाजीपुर, पटना और अब मुजफ्फरपुर तक पहुंची इस कार्रवाई ने रेलवे के भ्रष्टाचार को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है