वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी-2020) के तहत एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आइटीइपी) की शुरुआत करते हुए, बिहार को पहला कॉलेज मिल गया है. जिसे इस महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम को संचालित करने की मान्यता मिली है. बैद्यनाथ शुक्ला कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जगनपुरा, मझौली, हाजीपुर, वैशाली को शैक्षणिक सत्र 2026-27 से बीए-बी.एड. और बीएससी-बी.एड. के एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए मान्यता प्रदान की गयी है. एनसीटीइ विनियम- 2014 की धारा- 7 (16) के तहत मिली यह मान्यता, बैद्यनाथ शुक्ला कॉलेज ऑफ एजुकेशन को पूरे बिहार में एकमात्र ऐसा संस्थान बनाती है जो एनइपी-2020 के तहत आइटीइपी पाठ्यक्रम पेश करेगा. कॉलेज को बीए-बी.एड. के लिए 50 सीटों (एक यूनिट) और बीएससी-बी.एड. के लिए 50 सीटों (एक यूनिट) की मान्यता मिली है. कॉलेज के सचिव राजीव रंजन ने बताया कि यह मान्यता महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है, और यह क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ बच्चों के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प प्रस्तुत करेगी. 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी शैक्षणिक सत्र 2026-27 से बीए-बी.एड. और बीएससी-बी.एड. के एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए अपना नामांकन करा सकेंगे.
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