हर पंचायत के सरकारी या अन्य सरकारी भवनों में हलकावार विशेष शिविर
राजस्व महाअभियान की शुरुआत होने जा रही है. इसका मुख्य उद्देश्य भूमि अभिलेखों (जमाबंदी) में मौजूद सभी त्रुटियों को दूर करना है. इसमें सबसे ज्यादा प्राथमिकता मृत रैयतों (भूमि मालिकों) के नाम हटाने को दी जाएगी ताकि भूमि का सही स्वामित्व सुनिश्चित किया जा सके. जिले में 50 प्रतिशत जमाबंदी पूर्वजों के नाम से है जिनकी बहुत पहले मृत्यु हो चुकी है. अभियान के तहत नामांतरण व बंटवारा से संबंधित सभी लंबित मामलों का निपटारा किया जायेगा. इसके अलावा जमाबंदी में दर्ज नाम, खाता, खेसरा, रकबा व लगान जैसी अन्य अशुद्धियों को भी ठीक किया जायेगा. सरकार का लक्ष्य इस अभियान के माध्यम से डिजिटाइज्ड जमाबंदी को त्रुटिमुक्त बनाना है और छूटी हुई सभी जमाबंदियों को ऑनलाइन अपलोड करना है. यह अभियान एक निर्धारित समय सीमा के भीतर चलेगा, जिससे भूमि संबंधी विवादों को कम करने व लोगों को उनकी जमीन का सही विवरण उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी.
लगाये जायेंगे शिविर
प्रत्येक पंचायत के सरकारी या अन्य सरकारी भवनों में हलकावार विशेष शिविर लगाये जायेंगे. इन शिविरों में भरे हुए आवेदन प्रपत्र कागजातों के साथ जमा किए जा सकेंगे. प्रत्येक हलका में कम से कम सात दिनों के अंतराल पर दो तिथियों में शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिससे लोगों को आवेदन पत्र भरने और जमा करने के लिए पर्याप्त समय मिल सकें. अभियान से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट ttps://biharbhumi.bihar.gov.in/ देख सकते हैं. इसके अलावा, विभाग के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इस संबंध में जरूरी जानकारियां प्रदान की जाएंगी.
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