विश्व पर्यावरण दिवस पर आज से पौधरोपण की शुरुआत
वन विभाग मुफ्त में देगा नीम, शीशम सहित अन्य पौधेउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
फलदार पौधे न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाएंगे, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए आय व पोषण का स्रोत भी बनेंगे. यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी. सबसे अहम बात ये है कि सभी पौधे वन विभाग शुल्क देगा. इससे जीविका दीदियों पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा और यह अभियान बड़े पैमाने पर सफल हो सकेगा.
तीन साल में जीविका ने लगाए 11 लाख पौधे
48 नर्सरी, पांच लाख पौधे उत्पादित
पौधरोपण के अलावा जीविका जिले में 48 नर्सरी भी सफलतापूर्वक संचालित कर रही है. इन नर्सरियों का उद्देश्य पांच लाख पौधों का उत्पादन करना है. यह लक्ष्य न केवल जीविका के अपने पौधारोपण अभियान में मदद करेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर पौधों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा. इन उत्पादित पौधों की बिक्री वन विभाग और मनरेगा जैसी सरकारी योजनाओं के माध्यम से की जायेगी, जिससे जीविका दीदियों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत भी बनेगा. जीविका के सामाजिक विकास प्रबंधक मसरूर अहमद व संचार प्रबंधक राजीव रंजन ने बताया कि इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ दीदियों का आर्थिक सशक्तीकरण भी होगा.
जीविका ने इस बार बड़ी संख्या में पौधरोपण का लक्ष्य लिया है. 52 हजार समूह में पौधरोपण की तैयारी है. दीदियां इस बार जिले में चार लाख पौधे लगायेंगी. यह कार्य पूर्ण होने पर जिले में जीविका द्वारा पौधरोपण की संख्या 15 लाख हाे जायेगी. इससे जिले में पर्यावरण संरक्षित करने में बड़ी मदद मिलेगी.-अनीशा, डीपीएम, जीविका
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