वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
वंदे भारत समय मुस्तैद थी आरपीएफ
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की टीमें भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयासरत थीं, लेकिन परीक्षार्थियों की विशाल संख्या के आगे उनकी कोशिशें नाकाफी साबित हुई. जवानों को भीड़ को संभालने में भारी मशक्कत करनी पड़ी. शाम के समय, वंदे भारत एक्सप्रेस में परीक्षार्थियों को अनाधिकृत रूप से चढ़ने से रोकने के लिए आरपीएफ को विशेष रणनीति अपनानी पड़ी. आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार लगातार माइक से घोषणाएं कर रहे थे और सभी कोच के पास अतिरिक्त जवान तैनात किए गए थे.भीड़ के कारण एक भाई उतर गए, दूसरे पहुंच गए हाजीपुर
परीक्षाार्थियों की भीड़ से अवध-असम एक्सप्रेस में हाहाकार की स्थिति उत्पन्न हो गयी. जिला शांति समिति के सदस्य अब्दुल मजीद ने बताया कि वे अवध-असम एक्सप्रेस में सफर कर रहे थे. समस्तीपुर में परीक्षा देने आए हजारों अभ्यर्थियों ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया.जब ट्रेन शाम के समय मुजफ्फरपुर पहुंची तो भीड़ इतनी अधिक थी कि मजीद किसी तरह चोटिल होकर प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर उतर गए, लेकिन उनके छोटे भाई खुर्शीद आलम, उनकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे भीड़ की वजह से ट्रेन से नहीं उतर पाए और पूरा सामान सहित हाजीपुर पहुंच गए. उन्होंने इस घटना पर रेलवे प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में उनकी गैर-मौजूदगी समझ से परे है.फोटो – 3 से 22 और 39
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