वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर पिछले वर्ष जिन स्थानों पर डेंगू के अधिक मरीज मिले हैं, वहां इस वर्ष इंटाेमाेलाेजिकल स्टडी और सेरिटाेजिकल स्टडी कराई जायेगी. आरएमआरआइ और आइजीआइएमएस के विशेषज्ञ सर्वाधिक हाॅटस्पाॅट वाले स्थानाें काे चिह्नित कर इसकी स्टडी करेंगे. वे इस पर शाेध करेंगे कि आखिर किन परिस्थितियाें में उस स्थान पर डेंगू के अधिक मरीज मिल रहे हैं. राज्य मलेरिया कार्यालय की ओर से जिला मलेरिया पदाधिकारियाें काे हाॅट स्पाॅट वाले स्थानाें काे चिह्नित कर रिपाेर्ट मांगी गयी है. बताया जाता है कि पिछले वर्ष मुशहरी प्रखंड डेंगू मरीजाें के लिए हाॅट स्पाॅट बना था. जिले में मिले मरीजाें में सिर्फ मुशहरी प्रखंड में ही अधिक लाेग डेंगू से पीड़ित हुए थे. पहली बार जिला और प्रखंड स्तर पर रैपिड रिस्पाॅस टीम गठित की जाएगी. यह टीम सूचना मिलने पर बचाव की त्वरित कार्रवाई करेगी. इसके अलावे हाॅट स्पाॅट काे चिह्नित कर वहां मानव बल काे नियुक्त किया जाएगा. जिला मलेरिया अधिकारी डॉ सुधीर कुमार के अनुसार जो गाइडलाइन है, उसमें डेंगू वार्ड में सबसे अधिक साफ-सफाई पर ध्यान रखना है. वहीं सभी बेड पर मच्छरदानी लगाना अनिवार्य है.
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