वर्ष 2000 से पहले के लंबित वादों का निष्पादन जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य भी वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद भी अधूरा मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर नीलामवाद के लंबित मामलों के निष्पादन में नीलामपत्र पदाधिकारियों द्वारा दिखाई जा रही उदासीनता पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि अधिकांश पदाधिकारियों द्वारा निष्पादन की गति अत्यंत धीमी है, जो चिंताजनक है. समीक्षा में पाया गया कि मार्च से अप्रैल तक निष्पादन कार्य लगभग नगण्य रहा. बताया कि राजस्व पर्षद, प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी स्तर से लगातार निर्देश दिये जाने के बावजूद नीलामपत्र पदाधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वर्ष 2000 से पहले के लंबित वादों का निष्पादन जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य भी वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद भी अधूरा है. उन्होंने जानकारी दी कि राजस्व पर्षद जल्द ही जिले के सभी नीलामपत्र पदाधिकारियों के साथ नीलामवाद की समीक्षा करेगा. इसे देखते हुए डीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों को निष्पादन में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक नीलामपत्र पदाधिकारी सप्ताह में दो दिन अनिवार्य रूप से सुनवाई और निष्पादन करेंगे. इसके अतिरिक्त, प्रतिमाह अधियाची बैंकों के शाखा प्रबंधक और संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ नीलाम वादों की प्रगति की समीक्षा कर रजिस्टर का मिलान करेंगे और प्रगति रिपोर्ट जिला नीलामपत्र प्रशाखा को अनिवार्य रूप से सौंपेंगे.
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