पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार चला रही अभियान उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में पशुपालन क्षेत्र, खासकर पॉल्ट्री फार्मिंग और बकरी पालन अब आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार का एक मजबूत जरिया बन रहा है. बिहार सरकार इन क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष अभियान चला रही है, जिसका सीधा उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा करना, आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ाना और पूरे पशुपालन उद्योग को नयी गति देना है.पशुपालन विभाग की ओर से चलायी जा रही इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत उद्यमियों को सब्सिडी का लाभ मिल रहा है़ पॉल्ट्री फार्म स्थापित करने के लिये 50 फीसदी तक की सब्सिडी दी जा रही है. वहीं, बकरी पालन के क्षेत्र में एससी और एसटी समुदाय के लोगों को 90 फीसदी तक की सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है. मेषा प्रोजेक्ट के तहत मीनापुर, मुशहरी और बोचहां में बकरी पालन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है़ इन क्षेत्रों में जागरूकता और सहयोग के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को इस लाभकारी व्यवसाय से जोड़ा जा रहा है. जिले में न केवल पुरुष, बल्कि महिलाएं भी पॉल्ट्री फार्म और बकरी पालन जैसे व्यवसायों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कम निवेश और कम रखरखाव की जरूरतों के कारण छोटे किसानों और नये उद्यमियों के लिए एक बेहद आकर्षक विकल्प है. पशुपालन विभाग की यह योजना अगले साल तक जारी रहेगी, विभागीय रिपोर्ट के अनुसार जिलेम में पिछले एक साल में पॉल्ट्री फॉम में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. बकरी पालन में भी जीविका दीदियों की भागीदारी बढी है.
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