सरकारी खजाने को भारी नुकसान
जीएसटी छूट के बावजूद निगम द्वारा इतनी बड़ी राशि का भुगतान करना गंभीर अनियमितता है. इससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने इस मामले में तत्काल नगर आयुक्त विक्रम विरकर से साक्ष्य सहित पूरी जांच रिपोर्ट तलब कर दिया है. ताकि, लोक लेखा समिति को सूचित किया जा सके. वहीं, इस मामले में दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना है. विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
लगभग पांच महीने से नगर निगम में दबा है फाइल
ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद भी इतने बड़े घोटाले की फाइनल को नगर निगम में बीते पांच महीने से दबा कर रखा गया है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसपर गहरी चिंता व नाराजगी जाहिर किया है. विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर 2024 में पत्र भेजकर रिपोर्ट मांगी गयी थी. लेकिन, आज तक साक्ष्य सहित जांच रिपोर्ट नगर निगम की तरफ से उपलब्ध नहीं कराया गया है, जो गंभीर विषय है.
बोले नगर आयुक्त
मुजफ्फरपुर नगर निगम आयुक्त विक्रम विरकर बताया कि यह मामला मेरे कार्यकाल से पहले का है. विभाग द्वारा मांगी गई जानकारी साक्ष्य सहित उपलब्ध करा दी जायेगी. इसके लिए संबंधित अनुभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दे दिया है.
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