महंत दर्शन दास महाविद्यालय में व्याख्यान आयोजित
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दो विश्वयुद्धों ने क्या बदला, इसे जानना छात्रों के लिए बेहद जरूरी है. वक्ताओं ने कहा कि जिज्ञासु बनें, और भारत के साथ ही विश्व के इतिहास को भी पढ़ें. महंत दर्शन दास कॉलेज के इतिहास विभाग की ओर से “दो विश्वयुद्धों के बीच भारत में विज्ञान व राष्ट्रवाद का विकास ” विषय पर विशिष्ट व्याख्यान हुआ. अध्यक्षता प्राचार्य प्रो कनुप्रिया ने की. भारत की समृद्ध वैज्ञानिक परंपरा की चर्चा की. बतौर मुख्य वक्ता दिल्ली विवि के इतिहासकार प्रो जेएन सिन्हा ने कहा, दो विश्वयुद्धों के मध्य स्थापित स्वदेशी संस्थाओं, शैक्षणिक केंद्रों, राष्ट्रीय योजना समिति जैसे संगठनों के जरिये राष्ट्रीय विज्ञान को बढ़ावा देने वाले वैज्ञानिकों के योगदान काे जानना चाहिये.
लोक गायन व नृत्य दिखाया
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