मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
एनएचएआइ ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता पर विशेष जोर दिया है. परियोजना निदेशक ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में यदि किसी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है, तो एनएचएआइ द्वारा इस भुगतान को चुनौती दी जा सकती है. यह चेतावनी सुनिश्चित करती है कि मुआवजे का वितरण सही लाभार्थियों तक पहुंचे और किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचा जा सके.
मुजफ्फरपुर साइट से 95 प्रतिशत काम पूरा
एनएचएआइ द्वारा एनएच 527 सी मझौली चोरौत के निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न होने को लेकर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने बीते जनवरी महीने में डीएम को पत्र लिखा था. इसमें जानकारी दी गई थी कि मुजफ्फरपुर तरफ से 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. सीतामढ़ी की ओर से कुछ जगहों पर पुल-पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है. इसे शीघ्र पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. ताकि बागमती नदी पर पुल का निर्माण पूरा होने के साथ इस मार्ग को चालू किया जा सके.
230 करोड़ से बन रहा मेगा ब्रिज
मझौली-चोरौत एनएच 527 सी के बागमती व लखनदेई नदी पर नए सिरे से बनने वाले मेगा ब्रिज बनना है. इसका लागत 230 करोड़ रुपए होगी. अक्टूबर के पहले सप्ताह में एजेंसी इस पर काम शुरू करेगी. बता दें कि पहले से भी दोनों नदी पर अलग-अलग दो पुल बनाए गए थे लेकिन, अब दो की जगह एक ही तीन किलोमीटर लंबा मेगा ब्रिज का निर्माण किया जाएगा. इसको लेकर काम की कवायद शुरू की जा रही है. 12 गांवों के लोगों को इस पुल से लाभ मिलेगा.
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