सड़क दुर्घटना में सीतामढ़ी जाने वाले रोड में अधिक मौत
– दुर्घटना का एक मुख्य कारण ग्रामीण सड़कों से एनएच की सीधी कनेक्टिवीटी
– उन जगहों पर स्पीड ब्रेकर, रंबल स्ट्रीप्स लगाने के साथ अन्य सुरक्षात्मक कार्रवाई के निर्देश
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा में मार्च महीने की तुलना में अप्रैल माह में कमी आयी है. लेकिन इन दुर्घटनाओं को और कम करने को लेकर संबंधित विभाग के पदाधिकारी को डीएम ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये गये. साथ ही अगली बैठक में किये गये कार्रवाई संबंधित प्रतिवेदन के साथ भाग लेने को कहा गया. समीक्षा में अधिक दुर्घटना वाले जगहों को चिह्नित किया गया, जो सीतामढ़ी, सरैया और मोतिहारी रोड में अधिक दुर्घटनाएं और मौत हुई है. इनकी तुलना में समस्तीपुर और पटना रोड में कम दुर्घटनाएं घटी हैं. वहीं दुर्घटना में अधिक मौत शहर से सीतामढ़ी रोड जाने वाले रोड में हुई है. बीते एक साल में झपहां सीआरपीएफ कैंप के आसपास सीतामढ़ी जाने और वहां से लौटने के क्रम में 23 मौत, मेडिकल कॉलेज से एनएच (सीतामढ़ी, दरभंगा, मोतिहारी, चांदनी चौक) की ओर जाने वाले रोड में 24 मौत, सरैया रोड में 19 मौ, कांटी मीनापुर रोड में 21 मौत हुई है. दुर्घटना का एक प्रमुख कारण ग्रामीण सड़कों का एनएच से सीधा जुड़ाव है जिसमें ग्रामीण सड़क जहां एनएच पर जुड़ती है वहां दोनों ओर लंबे रंबल स्ट्रिप की आवश्यकता है. इसके अलावा उन जगहों पर जहां ये सड़कें जुड़ती हैं, वहां बाजार बस चुका है उस बाजार से एक किमी आगे पीछे अधिक दुर्घटनाएं घटती हैं. बीते एक साल में 736 दुर्घटनाएं घटी जिसमें 625 मौत हुई और 321 लोग घायल हुए.
ब्लैक स्पॉट पर की जा रही कार्रवाई
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