Muzaffarpur Electricity: मुजफ्फरपुर में गर्मी शुरू होते ही बिजली की मांग ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 10 जून की रात को जिले का अधिकतम बिजली लोड 351 मेगावाट दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. खास बात यह है कि यह आंकड़ा उमस वाले मौसम के पहले ही पार हो गया, जबकि पिछले साल जुलाई-अगस्त में अधिकतम लोड 328 मेगावाट तक पहुंचा था.
ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में जब उमस और बढ़ेगी तब खपत और ज्यादा हो सकती है. इस वजह से दिन में बिजली कटौती शुरू कर दी गई है. हालांकि यह कटौती मुख्य रूप से दोपहर में 30 मिनट से डेढ़ घंटे तक हो रही है. रात में फिलहाल सप्लाई सामान्य है, क्योंकि यही समय बिजली का पीक ऑवर माना जाता है.
ग्रिड से सप्लाई में दिक्कत नहीं, पर सब-स्टेशनों की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त नहीं
ग्रिड सूत्रों के मुताबिक, 33 केवी फीडर लगातार सक्रिय रहते हैं लेकिन पावर सब-स्टेशन की पुरानी और कमजोर व्यवस्था की वजह से फीडरों का लोड उतार-चढ़ाव करता रहता है. इससे कुछ इलाकों में अचानक वोल्टेज गिरने या सप्लाई बाधित होने की शिकायतें आ रही हैं.
10 जून की रात तक जिले के चारों ग्रिड का लोड कुछ इस प्रकार रहा
- SKMCH ग्रिड: 114 मेगावाट
- रामदयालु ग्रिड: 106 मेगावाट
- मुशहरी सुपर ग्रिड: 82 मेगावाट
- मोतीपुर सुपर ग्रिड: 49 मेगावाट
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रात 10 से 12 बजे तक सबसे ज्यादा दबाव
बिजली विभाग के अनुसार, हर रात 10 से 12 बजे तक बिजली की सबसे ज्यादा मांग होती है. यह समय पिक ऑवर माना जाता है. इसके बाद खपत में गिरावट आती है। विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में यदि तापमान और उमस बढ़ती है, तो प्रेशर को मैनेज करने के लिए रोटेशनल कटौती करनी पड़ सकती है.