कम होगी रजिस्ट्री में फर्जीवाड़े की आशंका
निबंधन महानिरीक्षक रजनीश कुमार ने इसको लेकर सभी डीएसआर व एसआर को तैयार रहने का आदेश दिया है. इस प्रणाली में पेपरलेस रजिस्ट्रेशन आधार प्रमाणीकरण वर्चुअल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी, जिससे पक्षकार अपने स्थान से ही ऑनलाइन रजिस्ट्री कर सकेंगे और स्टांप ड्यूटी एवं रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकेगा. रजिस्ट्री में फर्जीवाड़े की आशंका कम होगी.
कातिब व स्टांप वेंडर नहीं होंगे बेरोजगार
इधर, कातिब व स्टांप वेंडर इसका विरोध कर रहे थे. सरकार ने उन्हें बेरोजगार होने से बचा लिया है. यानी, वे लोग पेपरलेस रजिस्ट्री शुरू होने के बाद भी बेरोजगार नहीं होंगे. राज्य सरकार उनके लिए भी विकल्प दे रही है. वो लॉगिन कर पहले जैसा कार्य करते रहेंगे सिर्फ अंतर इतना होगा कि पहले फिजिकल डीड तैयार करते थे. अब उन्हें ऑनलाइन कार्य करना होगा. हालांकि, ई-निबंधन सॉफ्टवेयर से रजिस्ट्री शुरू होने के बाद वे कातिब ऑनलाइन तरीके से ही कार्य कर रहे हैं.
लोगों को रजिस्ट्री ऑफिस का नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर
बिहार में अब तक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को कई बार निबंधन कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे. लेकिन नए सॉफ्टवेयर के आने से लोगों को यह परेशानी दूर हो गयी है. पेपरलेस रजिस्ट्री के बाद इसमें और भी राहत होगी. हालांकि, ऑफिस के पदाधिकारी व कर्मचारियों की परेशानी और बढ़ जायेगी. ई-निबंधन से रजिस्ट्री शुरू होने के बाद से ऑफिस के कर्मचारी व अधिकारी परेशान चल रहे हैं. कलम की जगह उन्हें माउस घुमाना पड़ रहा है. नये नियम से और परेशानी बढ़ेगी. तिरहुत प्रमंडल के सहायक निबंधन महानिरीक्षक राकेश कुमार ने कहा कि 27 से पेपरलेस रजिस्ट्री की शुरुआत होगी. राज्य के चार रजिस्ट्री ऑफिस में इसकी शुरुआत हो रही है. तिरहुत प्रमंडल के केसरिया ऑफिस इसमें शामिल है. जल्द सभी ऑफिस में पेपरलेस रजिस्ट्री शुरू होगी.
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