* दंपती के मोबाइल में 20 से अधिक लड़कियों का मिला फोटो * फोटो के साथ लड़कियों का कोड वर्ड में लिखा हुआ था नाम और रेट * डिमांड मिलने पर दूसरे जिले से भी बुलायी जाती थी लड़कियां * पुलिस फ्लैट व होटल के मालिक को भी केस में बनाए गए आरोपी संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहर के होटलों में देह व्यापार के लिए पड़ोस के पांच जिला सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, समस्तीपुर व वैशाली जिले से भी लड़कियों को बुलाते थे. देह व्यापार का इस रैकेट में कई पढ़ी- लिखी लड़कियों के भी जुड़े होने की जानकारी पुलिस को मिली है. जिले में देह व्यापार का नेटवर्क चलाने दंपती डिमांड आने पर गाड़ी भेजकर लड़कियों को बुलाते थे. फिर, अगली सुबह वापस घर छोड़वा देते थे. पुलिस दिलीप कुमार कुशवाहा और उसकी पत्नी किरण कुमारी के मोबाइल में मिले और 15 लड़कियों के फोटो को चिह्नित करने में जुटी हुई है. ये लड़कियां कौन हैं और किस जिले की रहने वाली हैं, उनके नाम- पते का सत्यापन कर रही है. होटल के मैनेजर को जो लड़कियों का फोटो उपलब्ध करवाया गया था उसमें 14 साल की मासूम से लेकर 40 साल की महिलाएं थी. व्हाट्सएप चैटिंग में कोड वर्ड में नाम और उसका वन नाइट का रेड लिखा गया था. इसके अलावा देह व्यापार से जुड़ा कई कॉल रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मिला है. उनका मानना है कि यह नेटवर्क शहर के सिर्फ दो होटलों तक ही नहीं सिमटा था. दिलीप कुशवाहा का शहर के कई हाई प्रोफाइल और व्हाइट कॉलर लोगों से भी संपर्क था. उनको भी लड़कियां सप्लाई किये जाने की पुलिस को जानकारी मिली है. इस बिंदु पर भी पुलिस टेक्निकल व मैनुअल इनपुट के आधार पर साक्ष्य इकट्ठा कर रही है. देह व्यापार नहीं करने पर रखा जाता था भूखा, कमरे में बंद करके की जाती थी पिटाई देह व्यापार के दलदल में फंसी एक महिला ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि उसको स्टेशन रोड से झांसा देकर ऑटो चालक लक्ष्मण पासवान लाया था. पहले दो चार दिन जब उसपर देह व्यापार करने का दबाव बनाया गया तो वह इंकार कर दी. इसके बाद उसको कमरे में बंद करके भूखा रखा जाता था. बेरहमी से पिटाई करता था. उसका पति से तलाक गया था. मजबूरन वह देह व्यापार के धंधे में आ गयी. मकान मालिक व होटल संचालक को भी पुलिस ने केस में बनाया आरोपी दिलीप कुमार कुशवाहा छोटी कल्याणी चौक के जिस मकान में देह व्यापार का धंधा चलाता था उसके मालिक राहुल कुमार, होटल सेंट्रल पार्क के मालिक बसंत सिंह व होटल सुभद्रा पैलेस के मालिक अभिषेक कुमार को भी नामजद आरोपी बनाया है. नगर थानेदार इंस्पेक्टर शरत कुमार के बयान पर इमरोल ट्रैफिकिंग एक्ट में दर्ज प्राथमिकी में कुल आठ आरोपी बनाये गए हैं. जिसमें पांच को पुलिस गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है.
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