सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे, लूटे गए मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर रही पुलिस मैनेजर के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी संवाददाता, मुजफ्फरपुर नगर थाना क्षेत्र के अंडीगोला में हुई आरएस बिस्कुट एजेंसी से लूट के मामले में पुलिस को जेल से छूटे हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर शक है. पुलिस हाल ही में जेल से बाहर आए अपराधियों की कुंडली खंगाल रही है और बिस्कुट एजेंसी के कर्मियों द्वारा बताए गए अपराधियों के हुलिए के आधार पर उनका सुराग तलाश रही है. लूटे गए मोबाइल के अंतिम टावर लोकेशन को सर्विलांस टीम ट्रेस कर रही है. अपराधियों के भागने की दिशा में रविवार को भी पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन अधिकांश दुकानें बंद होने के कारण अपराधियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. इधर, सिटी एसपी कोटा किरण कुमार ने घटना के दूसरे दिन शनिवार को अंडीगोला स्थित बिस्कुट एजेंसी पहुंचकर छानबीन की. उन्होंने स्टाफ से घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली और व्यवसायी को जल्द से जल्द अपराधियों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. मैनेजर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज लूट की घटना को लेकर बिस्कुट एजेंसी के मैनेजर कालीकोठी निवासी सुशील कुमार के बयान पर दो बाइक सवार चार अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. थाने में दर्ज प्राथमिकी में सुशील कुमार ने बताया कि शनिवार की वह अनमोल कंपनी के बिस्कुट के डिस्ट्रीब्यूशन का कारोबार चलाते हैं. शनिवार रात आठ बजे उनके एजेंसी के सभी कर्मी दिनभर के सेल का हिसाब मिलान कर रहे थे. इस बीच दो बाइक सवार चार अपराधी जो हेलमेट, मास्क व गमछा से चेहरा बांधे हुए थे वह एजेंसी में प्रवेश कर गया. एक अपराधी कमर से पिस्टल निकाल कर लहराने लगा. वह डरकर बायीं तरफ भागा . सभी अपराधी एजेंसी के अंदर घुसते ही कर्मियों के साथ मारपीट करने लगा. कर्मियों को धमकी देने लगा कि सभी अपना- अपना चेहरा दीवार की तरफ कर लो. अगर कोई भी पीछे घूमेगा तो गोली मार देंगे. अपराधी बार- बार पूछ रहा था कि पैसा कहां रखे हो. इस बीच सामने के काउंटर पर सेल का रखा दो लाख रुपये लूट लिया. सभी कर्मियों को मारपीट करते हुए बारी- बारी से कार्यालय के अंदर गोदाम में ले जाकर बैठा दिया. उनके पॉकेट की तलाशी लिया. अपराधियों ने उनका व तीन और स्टाफ का मोबाइल भी छीन लिया. अपराधियों ने उनको गोदाम के अंदर बंद करके एजेंसी का शटर बाहर से गिरा दिया. धमकी दिया कि कोई भी बाहर आएगा तो गोली मार देंगे. इसके बाद सभी अपराधी फरार हो गए. दहशत के कारण वे लोग पांच से सात मिनट तक जमीन पर ही बैठे रहे. इसके बाद बाहर आये तो अपने एक कर्मी पवन कुमार मोबाइल जो डेस्क पर छूट गया था उसके अपने मालिक मोतीलाल राजपाल को दिया. इसके बाद पुलिस आयी. लूटे गए चार मोबाइल में से एक आमगोला ओवरब्रिज के पास लावारिस हालत में मिला है. यह उनके स्टाफ संजीत कुमार की है.
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